Madhya Pradesh Farmers: मध्य प्रदेश के किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर महिला कांग्रेस की धार जिलाध्यक्ष प्रीति माहेश्वरी ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा. ज्ञापन में माहेश्वरी ने लहसुन, प्याज और सोयाबीन जैसी फसलों के उचित विक्रय मूल्य न मिलने और खाद की कमी पर तत्काल कदम उठाने की मांग की है.
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किसान गहरे आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव में
माहेश्वरी ने कहा कि आज किसान गहरे आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव में हैं. उन्होंने सरकार द्वारा लागू भावांतर भुगतान योजना पर असंतोष व्यक्त किया और उसकी पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न उठाए. उन्होंने बताया कि सरकार ने एक क्विंटल सोयाबीन पर ₹700 देने का वादा किया था, परंतु भुगतान प्रक्रिया में कई तकनीकी अड़चनें और देरी के कारण किसान को वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा है.
भावांतर राशि के विलंबित भुगतान को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई. रिपोर्टों के अनुसार, कई किसानों को वर्षों बाद भुगतान मिला, जबकि 2017 से घोषित योजनाओं के भुगतान अब तक लंबित हैं.
ज्ञापन में महिला कांग्रेस ने राज्य सरकार से निम्नलिखित कदम उठाने की मांग की है.
- MSP पर सीधी खरीद: मंडियों/केंद्रों पर फसलों की सीधी खरीद सुनिश्चित की जाए.
- भावांतर योजना सरल बनाई जाए: ऑनलाइन पंजीकरण और दस्तावेज सत्यापन में सुधार हो.
- खाद की उपलब्धता: आगामी बुवाई के लिए पर्याप्त खाद समय पर दी जाए.
- गोदामों में रखी उपज के लिए राहत: किसानों की उपज का मूल्यांकन व सहायता दी जाए.
- लंबित भुगतान शीघ्र जारी: पुराने भावांतर भुगतान का सार्वजनिक ऑडिट और शीघ्र वितरण हो.
माहेश्वरी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो किसान आंदोलन को तेज करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे.
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