Madhya Pradesh Assembly Election 2023: देश में जाति जनगणना (Caste Census) पर जारी सियासत के बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसका सबसे आसान फॉर्मूला बता दिया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि आधार कार्ड की मदद से जाति जनगणना तीन महीने में की जा सकती है.
मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बहोरीबंद में एक रैली को संबोधित करते हुए यादव ने कांग्रेस पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि पार्टी की जाति जनगणना की मांग एक ‘चमत्कार' है.
राहुल पर भी कसा तंज
अखिलेश ने राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जाति जनगणना एक ‘‘एक्स-रे'' की तरह होगी, जो देश में विभिन्न समुदायों का विवरण देगी. सपा नेता ने व्यंग्यात्मक ढंग से पूछा कि जब एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) और सीटी (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) स्कैन जैसी नई तकनीक उपलब्ध है, तो एक्स-रे क्यों?
कांग्रेस के रुख पर जताया आश्चर्य
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि कांग्रेस जाति जनगणना के बारे में भी बात कर रही है. अखिलेश ने कहा, जो लोग एक्स-रे के बारे में बात कर रहे हैं. ये वही लोग हैं, जिन्होंने आजादी के बाद जाति जनगणना बंद कर दी थी. उन्होंने कहा कि जातियों की गिनती तीन महीने में की जा सकती है. सारा डेटा उपलब्ध है. सभी के पास आधार कार्ड हैं. इसमें समय क्यों लगेगा.
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब सपा उत्तर प्रदेश में सत्ता में थी, तो उसने ऐसी सड़कें बनवाई थीं, जिन पर आपात स्थिति में विमान उतर सके. उन्होंने रैली में उपस्थित लोगों से पूछा, ‘‘क्या डबल इंजन सरकार (मध्य प्रदेश और केंद्र में भाजपा शासन) ने यहां ऐसी कोई सड़क बनाई है.''
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