Madhya Pradesh Assembly Election 2023: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उनकी पार्टी को जातिवादी और वंशवादी (Casteist and Dynastic) बताने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) जैसी ही भाषा बोल रही है. उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस ही थी जिसने मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सपा के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया.'' अखिलेश यादव ने यह बयान चंदला (Chandla Assembly Seat) में सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र अहिरवार (Congress Candidate Pushpendra Ahirwar) के समर्थन में एक आमसभा को संबोधित करते हुए दिया.
जनसभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि कुछ दल सपा को जातिवादी कह रहे हैं, लेकिन समाजवादी कभी भी जातिवादी नहीं हो सकते क्योंकि वे सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं. अखिलेश यादव ने कहा, "जहां तक मध्य प्रदेश में गठबंधन का सवाल है, यह कांग्रेस ही थी जिसने गठबंधन करने से इनकार कर दिया था. कांग्रेस कहती है कि सपा जातिवादी और वंशवादी पार्टी है, तो फिर उसमें और भाजपा में क्या अंतर है? वे दोनों एक ही भाषा बोलते हैं.''
वंशवादी राजनीति हर पार्टी में मौजूद
पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि वंशवादी राजनीति हर पार्टी में मौजूद है. उन्होंने कहा कि जो भी सामाजिक न्याय की बात करेगा उसे जातिवादी होने का आरोप झेलना पड़ेगा. राज्य में कांग्रेस द्वारा सपा उम्मीदवारों की खरीद-फरोख्त के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, "यह उनके इरादों को दर्शाता है. उन्हें ऐसा करने दीजिए. मध्य प्रदेश के लोगों ने देखा है कि यह कांग्रेस ही थी जिसने गठबंधन को खारिज कर दिया था."
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के बारे में सपा प्रमुख यादव ने कहा कि इस पर लोकसभा चुनाव के समय चर्चा की जाएगी, क्योंकि केवल पिछड़ा, दलित और आदिवासी (पीडीए) की ताकत ही भाजपा को हरा सकेगी. वहीं अपनी पार्टी की बिजावर उम्मीदवार रेखा यादव के मैदान से हटने के बारे में यादव ने कहा कि इसके लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों दोषी हैं.
BJP में संभागों से ज्यादा CM उम्मीदवार
अखिलेश यादव ने एक प्रश्न पर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कमलनाथ 'बुजुर्ग' हैं, लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा के पास मध्य प्रदेश में संभागों की संख्या से अधिक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. चुनाव के बाद किसी पार्टी को समर्थन देने पर यादव ने कहा कि वह केवल उसी पार्टी को समर्थन देने पर विचार करेंगे जो जातीय जनगणना कराएगी.
अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान पर टिप्पणी करने से परहेज किया कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में कुछ भी नहीं हो रहा है, उन्होंने कहा कि वह इस बारे में बाद में बात करेंगे.
कांग्रेस और BJP को पीडीए की ताकत का हुआ एहसास
सपा प्रमुख यादव ने कहा, "भाजपा भी अब पिछड़े वर्गों को अधिक टिकट देने की बात कर रही है. यह मानसिकता में बड़े बदलाव को दर्शाता है. यहां तक कि कांग्रेस, जिसने आजादी के बाद जातीय जनगणना कराना बंद कर दिया था, अब इसके बारे में बात कर रही है. इसका मतलब है कि उन्हें पीडीए की ताकत का एहसास हो रहा है.'' दलित या पिछड़े वर्ग के किसी सदस्य को मुख्यमंत्री बनाने के चुनावी वादे के बारे में पूछे जाने पर यादव ने दावा किया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों कभी भी दलितों और पिछड़े वर्गों के पक्ष में निर्णय नहीं लेंगी.
सबसे पहले कराई जाएगी जातीय जनगणना
जनसभा को संबोधित करते हुए यादव ने आश्वासन दिया कि जब भी सपा सत्ता में आएगी या उसके समर्थन से राज्य में सरकार बनेगी, तो सबसे पहले जातीय जनगणना कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि चंदला की जनता ने दो बार सपा प्रत्याशियों को आशीर्वाद दिया है और इस बार भी वह उसकी जीत सुनिश्चित करेगी.
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