Madhya Pradesh News: जननी एक्सप्रेस ढो रही है सवारियां, जी हां जिस एंबुलेंस का काम निशुल्क रूप से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना और फिर डिलवरी के बाद उन्हें घर छोड़ना है, वो पैसे लेकर सवारियों ढो रही हैं. प्रदेश के टीकमगढ़ से जननी एक्सप्रेस का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसको लेकर बताया जा रहा है कि इसमें मरीज ना होकर सवारियां ढोईं जा रही हैं, जिसके जवाब में जिले के सीएमएचओ अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए कह रहे हैं कि वह सवारियां नहीं बल्कि मरीज के परिजन हैं. ये वीडियो पूरी व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है.
जननी एक्सप्रेस का वीडियो हुआ वायरल
टीकमगढ़ जिला अस्पताल में लगी तमाम जननी एक्सप्रेस जिनका काम गांव से डिलवरी के लिए महिलाओं को अस्पताल लाना और वापस ले जाना होता है, वो सवारियां ढोने का काम कर रही हैं. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
ग्रामीण इलाकों में प्रसव के दौरान घरों में असुरक्षित प्रसव के चलते महिलाओं और उनके बच्चों की मौत हो जाती थी. जिसको लेकर भारत सरकार ने मातृ ओर शिशु मृत्यु दर रोकने को लेकर यह जननी एक्सप्रेस योजना चालू की थी. जिसमें जिस महिला की डिलवरी होती उस महिला को ये जननी गाड़िया निशुल्क अस्पताल में लेकर आती थी और अस्पताल से छुट्टी होने पर महिला मरीजों को उनके घर तक छोड़ती थीं.
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अधिकारी दे रहे हैं बेतुका जवाब
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में इस योजना का मजाक बनाया जा रहा है. इसकी शिकायत करने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि यह सब ठेकेदार चलाते हैं उन पर हमारा कोई कंट्रोल नही है. बताया जा रहा है कि जिले की तकरीबन 16 जननी एक्सप्रेस का यही हाल है जो मरीजों की जगह सवारियां ढोने में लगी हुई हैं. जिससे जनता को तो नुकसान तो ही रहा सरकार को भी चूना लग रहा है.
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