Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister of Madhya Pradesh) शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प को तीन वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार को भोपाल के रविन्द्र भवन में पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया. पर्यावरण सम्मेलन से पहले स्मार्ट सिटी पार्क (Smart City Park Bhopal) में 108 पौधे रौपे गए. इस पर्यावरण सम्मेलन में देश भर की अध्यात्मिक व सामाजिक हस्तियों ने शिरकत की. जिनमें मुख्य रूप से हार्टफुलनेस संस्थान के प्रमुख कमलेश डी पटेल दाजी, विख्यात पर्यावरणविद् अनिल प्रकाश जोशी, गीतकार समीर अंजान उपस्थित रहे. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav), उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी उपस्थित रहे. इस दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने सम्मेलन में उपस्थितजनों को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी दिलाया और कहा कि, हरे भरे जंगल को देखते हैं तो मन आनंद और प्रसन्नता से भर जाता है, क्योंकि पेड़ नहीं, जिंदगी रोपी है, जीवन रोपा है.
एक सपना बुना, एक संकल्प चुना
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 20, 2024
जिस प्रकृति की गोद में खेलते-कूदते,
जीवन पथ पर बढ़ते रहे, खिलते रहे;
उस प्रकृति को हरियाली सौंपे,
आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ धरती सौंपे
आज सपना आकार ले रहा है
संकल्प साकार हो रहा है।
प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के 3 वर्ष पूर्ण होने के सुअवसर पर… pic.twitter.com/P2JhvNmODD
शिवराज जी को आदर्श मानता हूं : CM मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पर्यावरण सम्मेलन के आयोजन को लेकर शिवराज सिंह को बधाई, शुभकमनाएं देते हुए कहा कि, मैं लंबे समय से शिवराज सिंह चौहान को अपना आदर्श मानता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि, सरकार इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि, पौधरोपण के संबंध में स्थान तय करने और ट्री बैंक बनाने के सुझाव पर शीघ्र ही अधिकारियों से चर्चा करेंगे और इस दिशा में आगे बढ़ेंगे.
आज माननीय पूर्व मुख्यमंत्री, आदरणीय भाईसाहब श्री @ChouhanShivraj जी के हर दिन पौधारोपण के संकल्प के तीन वर्ष पूर्ण होने पर रवींद्र भवन, भोपाल में आयोजित पर्यावरण सम्मेलन में सहभागिता की। pic.twitter.com/GdByTL9HsV
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 20, 2024
शिवराज जी ने प्रकृति का ऋण उतार दिया : पर्यावरणविद् अनिल जोशी
पर्यावरण सम्मेलन में सम्मिलित हुए पदम्श्री व पद्म विभूषण से सम्मानित विख्यात पर्यावरणविद् अनिल जोशी ने कहा कि, मैनें शिवराज सिंह चौहान के अंदर पर्यवारण के प्रति गंभीरता देखी तो मेरा भ्रम टूट गया कि एक राजनीतिज्ञ भी पर्यावरण के प्रति इतना गंभीर हो सकता है. उस वर्ग के बीच में उन्होंने लौ जगाकर एक उदाहरण दिया है. उन्होंने कहा कि, मैं पूर्व मुख्यमंत्री जैसे शब्द का प्रयोग नहीं करता, पूर्व तो पूर्व होता है आप तो पदों से ऊपर हैं, आपको तो मोक्ष प्राप्त हो चुका है, आपने प्रकृति के ऋण को उतार दिया है.
शिवराज जी पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील : हार्टफुलनेस संस्थान के प्रमुख
हार्टफुलनेस संस्थान के प्रमुख कमलेश डी पटेल “दाजी” ने पूर्व सीएम के इस अभियान और जीवन के मिशन को लेकर कहा कि, शिवराज जी को शुरू से ही पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण में रूचि रही है. उन्होंने कहा कि, शिवराज जी ने मुख्यमंत्री रहते एक पहाड़ी पर वृक्षारोपण के लिए जमीन दी थी, हमने तीन महीने में उसकी सूरत बदल दी और वृक्षारोपण की वजह से आसपास के गांवों को भरपुर पानी भी मिला.
चार प्रयास बेहद जरूरी : पूर्व सीएम शिवराज सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यावरण सम्मेलन में कहा कि, चार प्रयास करना बेहद जरूरी है पहला.. हर किसी को साल में एक बार जन्मदिवस, वैवाहिक वर्षगांठ, अपनों की स्मृति या किसी भी विशेष दिन पौधा अवश्य लगाना चाहिए. दूसरा.. अपने घरों को सोलर पैनल से रोशन करने का प्रयास करें, शहर को ग्रीन एनर्जी में बदलने का प्रयास करें क्योंकि थर्मल पॉवर से वर्यावरण को खासा नुकसान पहुंचता हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी सोलर ग्रीन एनर्जी का संकल्प लिया है. तीसरा.. सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने के लिए खुद भी जागरूक हों और लोगों को भी जागरूक करें. चौथा.. बेटा-बेटी में कोई अंतर नहीं है इसलिए बेटियों को भी बेटों के बराबरी पर सम्मान मिले. बेटा-बेटी में कोई भेद न करें। उन्होंने कहा कि, बेटी है तो कल है.
इस दौरान पूर्व सीएम ने इस अभियान को शुरू करने के पीछे की कहानी सुनाते हुए कहा कि, जब मैं मुख्यमंत्री था और भाषण देता था कि, पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, तब मुझे लगा कि, केवल भाषण देने से काम नहीं चलेगा. मेरे मन में यह विचार आया कि पर्यावरण बचाने के कई तरीके हैं, एक बहुत आसान तरीका है पेड़ लगाओ और जब तक अत्यंत आवश्यक न हो पेड़ न कटें. मन में आया कि, जब तक खुद पेड़ नहीं लगाउंगा दूसरों को कहने का अधिकारी नहीं रहूंगा और इसलिए 19 फरवरी नर्मदा जयंती के दिन मैंने यह संकल्प लिया कि मैं रोज एक पेड़ लगाऊँगा तब से लेकर आज तक कैसी भी परिस्थिति रही हो, कोविड के दौरान भी जब मैं बीमार हुआ तो मैंने कहा कि, गड्ढा खोद कर पेड़ रख दो पर पेड़ तो जरूर लगाऊँगा.
शिवराज सिंह चौहान
जब तक जिऊंगा, पेड़ लगाउंगा
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि भोपाल की सभी पहाड़ियों को भी हरा-भरा करना है, जब तक जिऊंगा तब तक पेड़ लगाऊँगा. कोई न कोई सामाजिक कार्यक्रम हाथ में लें और उसे पूरा करने का प्रयास करें. हमारे प्रधानमंत्री ने भी राजनैतिक कार्यकर्ताओं को कहा है कि कोई सामाजिक कार्यक्रम हाथ में लें. कोई एक काम हम अपने काम के साथ करते रहें. हमारी धरती को सुरक्षित रखना है तो पेड़ लगाना आवश्यक है. समाज और सरकार दोनों को मिलकर काम करना होगा. हर शहर में सरकार कोई स्थान तय कर दें जहां पेड़ लगाए जा सकें. इसी तरह ग्राम पंचायत स्तर पर भी पेड़ लगाने के लिए जमीन की व्यवस्था करें. वहीं हर शहर में एक ट्री बैंक भी बन जाए जहां से लोग पेड़ ले सकें.
मुख्यमंत्री मोहन यादव विजनरी लीडर हैं : पूर्व सीएम शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पर्यावरण सम्मेलन में प्रदेश के सीएम मोहन यादव को लेकर कहा कि, मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मोहन यादव जी एक समर्पित कार्यकर्ता हैं, विजनरी लीडर हैं और मेरा अपना विश्वास है कि, मध्यप्रदेश उनके नेतृत्व में कई गुना ज्यादा प्रगति करेगा, विकास करेगा. मैं मध्यप्रदेश से प्यार करता हूं, मध्यप्रदेश की जनता से प्यार करता हूं और किसी भी अच्छे कार्यकर्ता की सोच ये नहीं होनी चाहिए कि, केवल मैंने ही अच्छा काम किया. जो मेरे बाद हैं वो मुझसे बहुत अच्छा करेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि, उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से प्रगति और विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा.
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