जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों से ब्लड के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का खुलासा हुआ है. यहां जरूरतमंद मरीजों को ब्लड उपलब्ध कराने के नाम पर दो युवक लंबे समय से दलाली कर रहे थे. सामाजिक संस्था थैलीसीमिया जनजागृति समिति ने इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया. समिति की मदद से दो दलालों को रंगे हाथ पकड़ा गया. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी एंड्रयू जॉर्ज और जॉनसन फ्रांसिस ब्लड की व्यवस्था करने के नाम पर मरीजों के परिजनों से 5 से 25 हजार रुपये तक वसूलते थे. जांच में पता चला है कि ये आरोपी बाहर से खून का इंतजाम करते और जरूरतमंदों को बेचते थे, जबकि अस्पताल में ब्लड निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है. आरोपियों ने कई बार ब्लड डोनेशन कैंप में आने वाले लोगों से भी संपर्क कर उन्हें धीखे से अपने जाल में फंसाया है.
कहां तक पहुंचे दलालों के हाथ? जांच जारी
बताया जा रहा है अस्पताल की सुरक्षा टीम को लंबे समय से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं. सुरक्षा अधिकारियों ने थैलीसीमिया जनजागृति समिति के सहयोग से निगरानी शुरू की और दोनों दलालों को रंगे हाथ पकड़ा. पूछताछ के बाद दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया, पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है. पुलिस पता लगा रही रही है कि क्या अस्पताल के किसी कर्मचारी की भी इस रैकेट में भूमिका रही है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह ब्लड दलाली का नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है.
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