Madhya Pradesh News: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10वें सीजन (International Yoga Day) में योगासन की एक आश्चर्यजनक तस्वीर देखने को मिली. आमतौर पर सामूहिक योग के कार्यक्रम समतल जगह पर आयोजित किए जाते हैं. लेकिन रोजगार गारंटी परिषद के निर्देश के चलते अधिकारियों को अमृत सरोवर की ऊबड़-खाबड़ जगह पर योगासन करना पड़ा. वरिष्ठ कार्यालय के निर्देश होने पर अधिकारियों ने जोखिम भरी जगह पर योग किया. लेकिन यहां कोई घटना होती तो इसका जिम्मेदार किसे माना जाता?
अफसरों ने किया योग
दरअसल सतना जिले में लगभग 240 अमृत सरोवर का निर्माण ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के द्वारा कराया गया है. अधिकांश संरचना खनन क्षेत्र में ही निर्मित की गई है और रोजगार गारंटी परिषद में सभी ग्राम पंचायत को योग दिवस के कार्यक्रम अमृत सरोवरों के स्थल से करने के निर्देश दिए थे. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जनपद स्तरीय अधिकारियों ने अमृत सरोवर स्थल पहुंचकर योग किया. सतना जिले के नागौद जनपद के अधिकारियों ने ग्राम पंचायत डाम्हा के अमृत सरोवर में योगासन किया. योग प्रशिक्षक की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सभी कर्मचारी अमृतसरोवर के वेस्टवियर के पास योग किया.
योग खुले में हो लेकिन जगह समतल हो
जिला योग प्रशिक्षक विनोद यादव ने बताया कि योगासन के लिए सबसे समुचित जगह खुला मैदान है. जगह समतल होना महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि सही व्यायाम के लिए जमीन का समतल होना जरूरी है ताकि हमें उस योग का लाभ मिल सके. अगर जगह ऊबड़-खाबड़ होती है तो उस योग का कोई औचित्य नहीं रहता. बहरहाल रोजगार गारंटी परिषद के निर्देश पर अधिकारियों ने अमृत सरोवर के अंदर योग कर सबको चौंका दिया है.