Indian Air Force Day: हमारे देश में हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस (Indian Air Force Day) मनाया जाता है. इस साल भारत अपना 91वां वायु सेना दिवस (Indian Air Force Day) मना रहा है. इस दिन भारतीय वायु सेना के कार्यों और उसके योगदान को सराहा जाता है. भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है. वायु सेवा दिवस के खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं, मध्य प्रदेश (MadhyaPradesh) के रीवा (Rewa) की अवनि चतुर्वेदी (Avani Chaturvedi) के बारे में जो देश की पहली महिला फाइटर पायलट (First Pilot Fighter Women) हैं.
कौन हैं अवनि चतुर्वेदी?
अवनि चतुर्वेदी (Avani Chaturvedi) भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलट हैं. अवनि मध्य प्रदेश के रीवा जिले से हैं. अवनि को जून 2016 में भारतीय वायु सेवा के लड़ाकू स्क्वाड्रन (Fighter Squadron) में शामिल किया गया. अवनि के अलावा उनके दो साथियों मोहन सिंह और भावना कंठ को भी पहली बार लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था. अवनि चतुर्वेदी की ट्रेनिंग हैदराबाद स्थित वायु सेना अकादमी से हुई है.
2016 में वायु सेना की स्क्वाड्रन में हुई थीं शामिल
अवनि चतुर्वेदी को जून 2016 में लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था. उन्होंने 2018 में अकेले मिग 21 फाइटर प्लेन उड़ाया था, यह कारनामा करने वाली वह महिला फाइटर पायलटों में से एक हैं. अवनि आजकल सुखोई 30 एमकेआई फाइटर प्लेन उड़ाती हैं.
जापान में भी दिखा चुकी हैं ताकत
फ्रांसीसी वायु सेवा के अलावा भारत आने वाली विदेशी सेना के दलों के साथ महिला पायलटों ने योद्धा अभ्यास (वीर गार्जियन 2023) में भाग लेकर भारत का मान बढ़ाया. ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी विदेशी जमीन पर महिला फाइटर पायलट ने अपना रण कौशल दिखाया हो. उस दौरान जापान के चार F-2 और चार F-15 फाइटर जेट के साथ भारतीय वायु सेवा की तरफ से चार सुखोई-30 MKI, दो C-17 और एक IL-78 एक विमान शामिल हुए थे.
कॉलेज के समय से ही शुरू कर दी थी तैयारी
मध्य प्रदेश के रीवा की अवनि ने कॉलेज की पढ़ाई वनस्थली विद्यापीठ राजस्थान से की. इस दौरान वे कॉलेज के फ्लाइंग क्लब से जुड़ गईं. वहीं से उन्होंने विमान उड़ाने की प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी. इसके बाद 2016 में अवनि का सेलेक्शन इंडियन एयर फोर्स के लिए हुआ और उन्होंने भारतीय वायु सेवा ज्वाइन कर ली. इसके बाद अवनि हैदराबाद एयर फोर्स अकादमी से 6 महीने की ट्रेनिंग लेने के बाद भारतीय वायु सेवा के लड़ाकू विमान दस्ते में शामिल हुईं.
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