Madhya Pradesh News:बेटी है तो कल है...बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ...ये नारे तो हम अक्सर सुनते ही रहते हैं लेकिन मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम (Narmadapuram of Madhya Pradesh) में एक सरकारी अधिकारी (government officer) ने इसका बेहतरीन उदाहरण पेश किया. हुआ यूं कि नर्मदापुरम के उद्योग विभाग में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ गुंजन जैन (Gunjan Jain) के घर बीते 19 सितंबर को बेटी का जन्म हुआ. इसके बाद अस्पताल से जब नवजात बेटी (newborn daughter) घर लौटी तो परिवार ने खुशी में न सिर्फ पूरे शहर में पुष्प वर्षा के साथ 10 गाड़ियों का काफिला निकाला बल्कि बच्ची के गृहप्रवेश के दौरान जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटीं. मतलब बेटी को लेकर जो नारे सुने और सुनाए जाते हैं उनको गुंजन परिवार ने हकीकत में बदल दिया.
खुद गुंजन जैन ने बताया कि बीते 19 सितंबर को उनकी दूसरी बिटिया वैदेही का जन्म हुआ है. जैसे ही उन्हें इसका पता चला तो उन्होंने इस मौके को उत्सव में बदल दिया. गुंजन एंड फैमली ने फैसला लिया कि वे समाज को बताएंगे की बेटियां बोझ नहीं हैं. उनका कहना है कि बिटिया अभिशाप नहीं है ये भगवान का वरदान है और ये किस्मत वालों को ही मिलती हैं. यही संदेश पहुंचाने के लिए जैन फैमली ने अस्पताल से 10 गाड़ियों का काफिला निकाला और पूरे शहर का चक्कर लगाया. कार के आगे फ्लैक्स लगे हुए थे. जिसमें संदेश लिखा था- जो बिटिया है वह हमारे लिए अनमोल है, जिसके यहां बेटी है उसके यहां कल है..आदि-आदि.
गुंजन की माता ममता जैन बताती हैं कि हमारे घर में पोती ने जन्म लिया है. लोगों में जागरुकता फैलानेके लिए हमने ढोल धमाके के साथ बिटिया का ग्रह प्रवेश कराया. हमारे द्वारा सारी गाड़ियों पर फ्लेक्स लगाएं जिसमें कई तरह के कोटेशन लगाए गए थे. हमने अपनी कारों को भी सजाया था और जुलूस के साथ बच्ची का गृहप्रवेश कराया. हमें इसकी खुशी है कि हमारे घर में दूसरी बेटी का जन्म हुआ है.
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