
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के गुना जिले के मधुसूदनगढ़ से बेहद हैरान करने वाली तस्वीरें देखने को मिली हैं. इलाज के अभाव में बड़े भाई की गोद में छोटे भाई ने दम तोड़ दिया. आकाश सिलावट ने सरकारी अस्पताल की दहलीज पर अपनी जान गंवा दी. परिजन हाथ जोड़ते रहे लेकिन आखिरी समय तक कोई भी डॉक्टर नहीं पहुंचा.
महिलाएं चीखती चिल्लाती रहीं लेकिन किसी का दिल नहीं पिघला. स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलती तस्वीरों ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही को उजागर कर दिया.
मध्य प्रदेश के गुना जिले के मधुसूदनगढ़ में आकाश सिलावट नाम के युवक का एक्सीडेंट हो गया था. परिजन घायल अवस्था में उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. आकाश का बड़ा भाई उसे गोद में लेकर सरकारी अस्पताल की दहलीज पर बैठ गया. मदद की गुहार लगाता… pic.twitter.com/eVNdN0vAX9
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) August 8, 2025
दरअसल आकाश सिलावट नाम के युवक का मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट हो गया था. परिजन घायल अवस्था में आजाद को लेकर मधुसूदनगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंचे. लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. आकाश का बड़ा भाई उसे गोद में लेकर सरकारी अस्पताल की दहलीज पर बैठ गया. मदद की गुहार लगाता रहा , आकाश को बचाने के लिए महिलाएं हाथ जोड़कर मदद मांगती रहीं लेकिन कोई भी सरकारी चिकित्सक अस्पताल नहीं पहुंचा. आखिरकार आकाश ने बड़े भाई की गोद में दम तोड़ दिया.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने tweet करते हुए प्रशासन को चेताया और जांच की मांग की है.
वहीं जब लापरवाही से जुड़े मामले के बारे में जिले के स्वास्थ्य अधिकारी -राजकुमार ऋषिश्वर से जानकारी मांगी तो उन्होंने बयान देते हुए कहा कि अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ हैं. मौत की वजह क्या थी इसकी जांच की जा रही है. पत्र लिखकर मधुसूदनगढ़ के BMO से जवाब मांगा गया है.
डॉक्टर्स ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहते
दरअसल गुना जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो गई है. हालात ये हैं कि डॉक्टर्स ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहते , एंबुलेंस का अभाव बना रहता है, नर्सिंग स्टाफ भी लापरवाह बना रहता है. जिसके स्वास्थ्य विभाग अक्सर विवादों में बना रहता है.
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