
बालाघाट जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र परसवाड़ा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी डॉक्टर पर महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. पूरा मामला ग्राम पंचायत उदड़ना का है, जहां ग्राम की एक आदिवासी महिला ने बताया कि गांव के अस्पताल का एक सरकारी डॉक्टर ने इलाज के बहाने उससे छेड़छाड़ की. उसने घर आकर फ्री में इलाज करवाने की बात कही. महिला ने जब विरोध किया तो डॉक्टर ने धमकाते हुए किसी को न बताने की बात कही.
महिला डरकर जैसे तैसे अपने घर वापस आई. लेकिन डर और बदनामी के कारण किसी को कुछ नहीं बता पाई. उसके साथ हुई वारदात उसे अंदर से कचोटती रही. आखिरकार दूसरे दिन उसने हिम्मत जुटाकर अपने पति से आप बीती सुनाई, जिस पर पति ने डॉक्टर को फोन लगाकर गांव के अस्पताल आने की बात कही, लेकिन डॉक्टर तीन दिन तक नहीं आया.
डॉक्टर ने पति के साथ की मारपीट
चौथे दिन जब महिला का पति डॉक्टर के पास पहुंचा और उसके बर्ताव पर नाराजगी जाहिर की. इस पर डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकारने के बजाय महिला के पति की पिटाई कर दी. इतना ही नहीं, फौरन थाने पहुंचकर यह एफआईआर भी दर्ज करा दी कि एक सरकारी कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मारपीट की गई. हालांकि बाद में महिला भी अपने पति के साथ थाने पहुंची, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी.
बता दें कि अन्य ग्रामीण महिलाओं ने भी डॉक्टर के बर्ताव को लेकर आपत्ति जताई और इस घटना के बाद से ग्रामीणों में डॉक्टर के खिलाफ भारी आक्रोश भी व्याप्त है, जिन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है.
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