
Neemach Lord Billam Bavji: नीमच जिले में रंग पंचमी के मौके पर कुंवारों के देवता बिल्लम बावजी उन निराश कुंवारों के लिए वरदान हैं. रंग पंचमी के मौके पर गणेश मंदिर के निकट विराजित बिल्लम बावजी की पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में कुंवारे शादी अर्जी लेकर उनके दरबार में पहुंचते हैं.
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रंग पंचमी में शादी की अर्जी लेकर लेकर पहुंचते हैं कुंवारे
रिपोर्ट के मुताबिक बलिग होने के बाद जिन लड़कों की शादी नहीं होती है, ऐसे लड़के शादी की अर्जी लेकर बिल्लम बावजी के दरबार में शादी की अर्जी लेकर पहुंचते हैं. रंग पंचमी के मौके पर पूरे 9 दिन विराजित होने वाले कुंवारों के देवता बिल्लम बावजी अर्जी लगाने वाले युवक-युवतियों की दी करवा देते हैं.
कोने-कोने से शादी की अर्जी लेकर पहुंचते हैं युवक-युवती
गौरतलब है रंग पंचमी के दिन से अगले नौ दिनों में नीमच स्थित कुंवारों के देवता के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से युवक-युवतियां शादी की अर्जी लगाने पहुंचते हैं. बिल्लब बावजी के दरबार में शादी की अर्जी लगाने का कोई खास खर्च नही है, केवल मन में सच्ची श्रद्धा हो, तो सबकी अर्जी पूरी हो जाती है.
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कुंवारों को लगाना होता है नारियल व मीठे पान का भोग
शादी की अर्जी लगाने के लिए युवक-युवती हाथों में अगरबत्ती, नारियल और मीठे पान का भोग लगाना पड़ता है. जिस युवक युवती की शादी की अर्जी लगाई जाती है, उसे ही चढ़ाया हुआ पान खाना होता है. ऐसे हजारों उदाहरण है कि जिनकी शादी बरसों से नहीं हो रही थी, उनकी शादी अर्जी लगाने के चंद दिनों में ही हो गई.
गणेश मंदिर के निकट 9 दिन विराजते हैं बिल्लम बावजी
रंग पंचमी के मौके पर कुंवारों के देवता बिल्लम बावजी की प्रतिमा को प्रतिवर्ष गणेश मंदिर के बाहर विराजित करने की परंपरा निभाई जा रही है. बताया जाता है गणेश मंदिर स्थित कुएं की सफाई के दौरान बिल्लम बावजी की प्रतिमा निकली थी. इसके बाद से करीब 50 वर्ष से प्रतिवर्ष रंग पंचमी से रंग तेरस तक यह प्रतिमा यहां विराजित होती है.
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9 दिन बाद रंग तेरस पर निकाला जाता है बिल्लम बावजी का जुलूस
रंग पंचमी के पहले दिन से 9 दिन तक गणेश मंदिर के निकट विराजत बिल्लम बावजी का जुलूस रंग तेरस पर निकाला जाता है और तेरस के बाद दोबारा उन्हें मंदिर में स्थापित कर दिया जाता है. इसके बाद अगली रंग पंचमी पर उन्हें पुनः धूमधाम से मंदिर के बाहर विराजित किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि अर्जी के बाद कुंवारों की शादी हो जाती है.