Madhya Pradesh News: कहते हैं डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं, मध्य प्रदेश के सागर (Sagar) के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पदस्थ एक डॉक्टर के काम देखे तो लगता है वाकई डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं. इन दिनों ये काफी सुर्खियों में है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अपनी ड्यूटी पूरी करने के ये डॉक्टर साहब शहर की आंगनबाड़ियों में जाकर बच्चों का इलाज करते हैं, और जिन बच्चों को गंभीर बीमारी है उनका पता अगर चलता है तो ये उनके घर भी पहुंच जाते हैं.
बीमारी ज्यादा गंभीर हो तो बच्चों की निशुल्क जांच और उपचार के लिए उन्हें राष्ट्रीय बाल कार्यक्रम में रजिस्टर कराकर उन्हें अस्पताल तक पहुंचाते हैं और इलाज करने की राह भी दिखाते हैं. डॉक्टर अभी तक 300 से ज्यादा बच्चों की गंभीर बीमारियों का इलाज करके उनके चेहरे पर मुस्कान ला चुके हैं. डॉक्टर ने इसलिए इस अभियान का नाम मुस्कान अभियान दिया हैं.
पिछली लगातार 3 सालों से कर रहे निशुल्क बच्चों का इलाज
सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अंकित जैन पिछले तीन सालों से सागर शहर से बीमार बच्चों को ढूंढ कर उनका निशुल्क इलाज कर रहे हैं, वह अभी तक 300 से ज्यादा बच्चों को गंभीर बीमारियों से मुक्त कर चुके हैं. डॉक्टर अंकित जैन ने जनवरी 2021 में इस पहल की शुरुआत की थी, डॉ अपनी ड्यूटी के बाद सागर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों की आंगनबाड़ियों में जाते हैं और वहां बच्चों का निशुल्क इलाज करते हैं.
आंगनबाड़ी से जिन गंभीर बीमार होने वाले बच्चों की जानकारी मिलती है तो वह उनके घर भी पहुंच जाते, डॉ अंकित डोर टू डोर इलाज के अलावा 154 निशुल्क बाल स्वास्थ्य शिविर भी लगा चुके हैं, इन शिविर में कई बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण अकेले ही कर चुके हैं, इसमें छोटी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों की मौके पर ही इलाज और दवाइओं की व्यवस्था करते हैं.
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पीजी करने के दौरान मिली प्रेरणा
डॉक्टर अंकित जैन ने इस नेक काम को करने के अभियान को नाम दिया मुस्कान अभियान. वह मुस्कान अभियान के तहत 6 साल तक के बच्चों को निशुल्क चिकित्सा की सुविधा मुहैया कराते हैं, जिसमें शासकीय योजनाओं के माध्यम से बच्चों को निशुल्क दवाइयां और उपचार मिल जाता है.
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