मध्य प्रदेश के धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र अंतर्गत खलघाट निवासी 66 वर्षीय बुजुर्ग देवा पिता रणछोड़ की शुक्रवार 26 दिसंबर 2025 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और परिजनों ने बैंक कर्ज और मानसिक दबाव को मौत की बड़ी वजह बताया है.
परिजनों के अनुसार, देवा रणछोड़ की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तत्काल धामनोद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. हालांकि अस्पताल पहुंचने पर ड्यूटी डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही धामनोद पुलिस को जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धामनोद के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सचिन पाटीदार ने बताया कि बुजुर्ग को अस्पताल लाने से पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी. उन्होंने स्पष्ट किया कि मौत के वास्तविक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा.
परिजनों के गंभीर आरोप
मामले में मृतक के दामाद सुनील सुरागे ने बैंक प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि देवा रणछोड़ ने नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक से लगभग आठ लाख रुपये का ऋण लिया था. कोरोना काल के बाद आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाने के कारण वे समय पर ऋण की किश्तें जमा नहीं कर पा रहे थे.
परिजनों का आरोप है कि बैंक की एक कर्मचारी द्वारा लगातार नोटिस भेजे जा रहे थे और मकान नीलाम करने की धमकी दी जा रही थी. इस वजह से बुजुर्ग लंबे समय से मानसिक तनाव में थे. परिवार का कहना है कि इसी मानसिक दबाव के चलते उनकी तबीयत बिगड़ी और अंततः उनकी मौत हो गई.
परिजनों ने इसे केवल सामान्य मौत मानने से इनकार करते हुए शासन और प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने कथित दोषियों पर सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग भी की है.
पुलिस जांच जारी
धामनोद थाने के उप निरीक्षक राहुल चौहान ने बताया कि परिजन देवा पिता रणछोड़, उम्र 66 वर्ष, निवासी खलघाट को मृत अवस्था में सरकारी अस्पताल लेकर आए थे. सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर लिया गया है और पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की वैधानिक कार्रवाई तय की जाएगी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद मौत के कारणों पर स्थिति स्पष्ट होगी.