Dewas BJP Councillor Protest: देवास नगर निगम की बैठक में उस वक्त सभी चौंक गए, जब भाजपा की ही पार्षद रितु सावनेर चप्पलों की माला पहनकर पहुंचीं. भाजपा शासित महापौर और परिषद अध्यक्ष के सामने इस तरह का विरोध न सिर्फ असामान्य था बल्कि पूरे सदन में हलचल मचा गया.
रितु सावनेर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनका वार्ड नंबर 24 बुरी स्थिति में है. न सड़कें सुधरीं, न पानी की समस्या हल हुई, न सफाई की व्यवस्था ठीक हुई. उन्होंने बताया कि वे कई बार अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक एक भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
पार्टी पर ही भ्रष्टाचार का खुला आरोप
पार्षद रितु सावनेर ने अपने ही दल के महापौर और परिषद अध्यक्ष पर कामचोरी व भ्रष्टाचार के सीधे आरोप लगाए. उनका कहना था कि नगर निगम के अधिकारी सिर्फ कागजों में काम दिखा रहे हैं, जमीन पर नतीजे शून्य हैं. इस बयान ने भाजपा संगठन के भीतर नया विवाद खड़ा कर दिया.
“अगर काम होता तो फूलों की माला पहनती”
रितु सावनेर ने कहा कि “अगर मेरे वार्ड में अच्छा काम हुआ होता तो वार्डवासी मुझे फूलों की माला पहनाते. लेकिन अब जब सरकार और निगम ने हालात बदतर कर दिए हैं, तो यह चप्पलों की माला मेरे वार्ड का सच है और मैं इसे पहनने से शर्मिंदा नहीं हूं.”
ये भी पढ़ें- कर्ज तले दबा अन्नदाता! श्योपुर में किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, फसल बर्बाद होने से था परेशान
परिषद में बहस और टकराव का माहौल
इस घटना के बाद कांग्रेस पार्षद दीपेश कानूनगो और भाजपा नेता मनीष सेन के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. बैठक का माहौल राजनीतिक बहस में बदल गया, जबकि मूल मुद्दा था, आम जनता की बुनियादी सुविधाएं.
ये भी पढ़ें- 'बस्तर में खत्म हो रहा है हिंसा का अंधकार, अब शांति और प्रगति के नए युग की हो रही है शुरुआत