
Dengue outbreak in Jabalpur: जबलपुर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. बीते डेढ़ महीने में डेंगू के 200 से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. यह संख्या सरकारी आंकड़ों में दर्ज है, लेकिन निजी लैब और अस्पतालों के मरीजों की जानकारी सरकार के पास नहीं है, जिससे वास्तविक संख्या कहीं अधिक हो सकती है.
सरकार के पास उपलब्ध नहीं है HDP किट
सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच के लिए उपलब्ध HDP किट की कमी एक बड़ी समस्या बन गई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार, डेंगू जांच के लिए 10,000 रुपये की HDP किट आवश्यक है, जो सरकार के पास उपलब्ध नहीं है. गरीब मरीजों को इस महंगी HDP किट की वजह से जांच करवाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अत्यधिक गरीब मरीजों को कलेक्टर की अनुशंसा पर रोगी कल्याण निधि से सहायता दी जाती है, लेकिन सभी मरीजों को नि:शुल्क HDP किट उपलब्ध कराना संभव नहीं है.
मेडिकल कॉलेज की मशीन भी बंद
डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी के चलते उन्हें प्लाज्मा की आवश्यकता होती है. शहर में सिंगल डोनर प्लाज्मा के लिए दो मशीनें उपलब्ध हैं. एक रानी दुर्गावती एल्गिन अस्पताल में और दूसरी मेडिकल कॉलेज में. हालांकि मेडिकल कॉलेज की मशीन फिलहाल बंद है, जिससे पूरा भार एल्गिन अस्पताल की मशीन पर आ गया है.
इस हालात में जबलपुर के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने और डेंगू के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए सरकारी प्रयासों की सख्त जरूरत है.
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