
Mob Lynching in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के कवर्धा से 100 किलोमीटर दूर रेंगाखार थाना क्षेत्र के लोहारीडीह गांव में रविवार को कुछ ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के परिवार के चार लोगों को बंधक बनाकर उनका घर फूंक दिया गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसके परिवार के सदस्य घायल हो गए.

पुलिस बल पर भी किया गया पथराव
एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने पथराव किया जिससे कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. उन्होंने बताया कि इसके बाद गांव के 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है. अधिकारी के अनुसार, प्राथमिक जांच से पता चला है कि इस संदेह के आधार पर रघुनाथ साहू पर हमला किया गया कि उसने अन्य ग्रामीण कचरू साहू की हत्या कर दी है. कचरू का शव मध्य प्रदेश में बालाघाट जिले के बिजाटोला गांव के समीप एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला था.

फंदे से लटका मिला था एक अन्य ग्रामीण का शव
राजनांदगांव क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि कचरू साहू अपने घर वालों को यह बताकर शनिवार को किसी अज्ञात वजह से बिजाटोला गया था कि वह रात में लौट आयेगा. झा ने कहा, ‘आज सुबह उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद हमने बालाघाट पुलिस को उपयुक्त जांच करने का आग्रह किया. प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है.'
घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी : डिप्टी सीएम
आगजनी मामले के बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस घटना में का जो मुख्य आरोपी होगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात किए गए हैं.
हत्या के संदेह में ग्रामीणों ने घर में दी लगा आग
उन्होंने बताया कि बाद में पुलिसकर्मी लोहारिडीह गए और कचरू साहू के परिवार को इस घटना के बारे में जानकारी देकर लौट आए. करीब 11:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि उसी गांव के बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने रघुनाथ साहू नामक ग्रामीण और उसके परिवार के सदस्यों पर हमला कर दिया है तथा उनके घर में आग लगा दी है.' उन्होंने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

पुलिस बल पर पथराव किया गया, जिसके बाद पूरा गांव छावनी में बदल गया. यहां 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में कराया गया भर्ती
झा ने बताया कि प्रतिरोध और पथराव के बीच पुलिस कर्मियों ने साहू परिवार के तीन सदस्यों को बचाने में कामयाबी हासिल की, जबकि रघुनाथ साहू का पता नहीं चला. उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों में रघुनाथ साहू की पत्नी और परिवार के एक अन्य सदस्य को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घर से एक शव को किया गया बरामद
वहीं घर से एक जला हुआ शव बरामद किया गया जो प्रथम दृष्टया रघुनाथ साहू का लग रहा है. झा ने बताया कि उसकी पहचान की पुष्टि के लिए डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे. साहू परिवार पर हमले की असली वजह अभी पता नहीं चल पाई है. हालांकि कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि वो जमीन पर अतिक्रमण से जुड़े कुछ मुद्दों को लेकर रघुनाथ से नाराज थे.
छावनी में बदला गांव, 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
आईजी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है. झा ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में 40 ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि गांव में स्थिति नियंत्रण में है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव में करीब 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

प्रतिरोध और पथराव के बीच साहू परिवार के तीन सदस्यों को बचाया गया.
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ग्रामीणों ने रघुनाथ साहू को निशाना बनाया, क्योंकि उन्हें संदेह था कि उसने कचरू साहू की हत्या कर दी और कथित भूमि विवाद के चलते उसे पेड़ से लटका दिया.