
Death in Custody: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की हिरासत में 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि व्यक्ति को मादक पदार्थ रखने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. एनसीबी के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) आरके चतुर्वेदी ने बताया कि बिदलगांव थाना क्षेत्र के पिपलिया शीश गांव निवासी महिपाल सिंह राजपूत के पास से कथित तौर पर 411 ग्राम मादक पदार्थ बरामद किया गया था. इसके बाद उसे गुरुवार 24 जुलाई को मंदसौर शहर लाया गया था.
पुलिस का क्या कहना है?
डीएसपी आरके चतुर्वेदी ने दावा किया कि बाद में सिंह की तबीयत बिगड़ गई और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि उसे उल्टी हुई और कथित तौर पर उसका दम घुट गया. अधिकारी ने बताया कि उसे ऑक्सीजन सपोर्ट और आवश्यक उपचार दिया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. उन्होंने बताया कि न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं और चिकित्सकों का एक दल पोस्टमार्टम करेगा.
उसके चाचा जुझार सिंह ने सवाल किया कि सिंह को सरकारी अस्पताल के बजाय निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया. उन्होंने रात में उसे हिरासत में लेने के तरीके पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, ‘‘हम संतुष्ट नहीं हैं. जिस तरह से उसे यहां (निजी अस्पताल) लाया गया, वह सवाल खड़े करता है.''
‘करणी सेना' संगठन के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुरकर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस संबंध में उच्च-स्तरीय जांच की मांग की. मंदसौर से पूर्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हिरासत में सिंह की मौत को ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक'' बताया है और कहा कि इस घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
यह भी पढ़ें : Death Sentence: मां की हत्या करने वाले बेटे को 'मृत्युदंड'; जानिए क्यों शव को दीवार में चुनवा दिया था?
यह भी पढ़ें : Regional Tourism Conclave: विंध्य को मिलेगी नई पहचान; रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में 'पंचायत' की स्टार
यह भी पढ़ें : CM डॉ मोहन यादव का बड़ा ऐलान; युवाओं को ₹5000 प्रोत्साहन, लाडली बहनों को भाई दूज पर शगुन
यह भी पढ़ें : PM मोदी ने तोड़ा इंदिरा गांधी का ये रिकॉर्ड; जानिए प्रधानमंत्री कार्यकाल में क्या उपलब्धियां हासिल हुईं