
Government In Action Mode: मध्य प्रदेश में हुए कफ सिरप कांड के बाद मोहन सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है. सरकार ने दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाते हुए हर जिले में दवाओं की जांच के लिए दवा परीक्षण प्रयोगशालाएं खोलने जा रही है. इसके लिए सरकार ने केंद्र को 211 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भी भेज दिया है.
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कोल्ड्रिप कप सिरप पीने से हुई है 24 बच्चों की मौत
गौरतलब है श्रीसन फार्मास्यूटिकल कंपनी द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कप सिरप के पीने से बच्चों को गुर्दे की समस्या हुई, जिससे कुल 24 बच्चों की मौत हो चुकी है. कप सिरप में इस्तेमाल की गई दवा की जांच को लेकर विसंगित सामने आई थी, क्योंकि प्रदेश में मौजूदा समय में केवल चार ही लैब ऑपरेशन में हैं, दुर्घटना के लिए इसे बड़ा कारण माना गया है.
प्रदेश के प्रत्येक जिले में होगा अपना दवा जांच केंद्र
रीवा दौरे पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बुधवार को बताया कि सरकार ने हर जिले में दवा जांच प्रयोगशाला (ड्रग टेस्टिंग लैब) स्थापित करने का फैसला लिया है, इसके लिए 211 करोड़ रुपए का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद योजना पर तुंरत काम शुरू किया जाएगा.
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हर जिले में खोला जाएगा ड्रग इंस्पेक्टर का कार्यालय
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिया है और उम्मीद है कि जल्द ही इसे मंजूरी मिल जाएगी मंजूरी मिलने के बाद इस योजना पर तुरंत काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि हर जिले में एक ड्रग इंस्पेक्टर की नियुक्ति की जाएगी, जो दवाओं की गुणवत्ता, उत्पादन और बिक्री की नियमित जांच करेगा.
अत्याधुनिक मशीनों से अपग्रेड होंगे मौजूदा जांच लैब
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश में अभी चार दवा परीक्षण प्रयोगशालाएं ऑपरेशन में हैं, जिन्हें अब अत्याधुनिक मशीनों से अपग्रेड किया जाएगा, ताकि रिपोर्ट तेजी से और अधिक सटीकता के साथ मिल सके. राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर में संचालित ड्रग टेस्ट लैब देरी से टेस्ट परिणाम देने के लिए कुख्यात हैं.
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कम समय में सटीक रिपोर्ट देंगे आधुनिक ड्रग जांच लैब
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि प्रत्येक जिलों में खोले जाने वाले दवा टेस्ट लैब्स में आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे जो कम समय में सटीक रिपोर्ट दे सकें. इस योजना से न केवल दवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
नकली और घटिया दवाओं पर रोक लगाना होगा आसान
उल्लेखनीय है कफ सिरप कांड के बाद मध्य प्रदेश सरकार का हर जिले में दवा परीक्षण प्रयोगशालाएं खोलने का निर्णय स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. यह व्यवस्था लागू होने के बाद, राज्य में नकली और घटिया दवाओं पर रोक लगाना और भी आसान हो जाएगा.