Madhya Pradesh Nursing Scam: पूरे मध्य प्रदेश में फैले फर्जी नर्सिंग कॉलेजों का मामला हल होने के बजाय और फैसला ही जा रहा है. अब इस पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) भी कूद पड़ी है. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई सवाल उठाए. सीबीआई (CBI) अफसरों के भ्रष्टाचार की खबर सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कहा कि जांच एजेंसी CBI पर अब भरोसा नहीं है.
CBI की जांच पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कहा कि जिस तरह से पैसे लेकर नर्सिंग कॉलेजों को पात्र बताने का खेल सामने आया है, इसके बाद पात्र कॉलेजों की दोबारा जांच की जानी चाहिए, क्योंकि CBI के अफसरों ने जांच के नाम पर पैसा लेकर क्लीन चिट देने का काम किया. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि नर्सिंग घोटाले में भी सरकार की भूमिका है. इस सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों की भविष्य को पूरी तरीके से तबाह और बर्बाद कर दिया है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इस जांच में सुटेबल शब्द का प्रयोग किया गया है. 169 को सुटेबल के दायरे में रखा गया. क्या यह सरकार या फिर मंत्री के लिए सूटेबल किया गया. वहीं, 66 कॉलेज को पत्र भी घोषित किया गया, जबकि किसी कॉलेज में कमियां होती हैं, तो वह अपात्र होता है.
सरकार ने नहीं सुनी फरियाद
नायक ने आरोप लगाया कि जब सरकार के पास गए तो न्याय नहीं मिला, उसके बाद पीड़ित कोर्ट गए. तब जाकर हाईकोर्ट ग्वालियर में सीबीआई की जांच के लिए निर्देश दिए. सीबीआई ने जांच की, तो 169 कॉलेजों में कमियां मिली और 66 कॉलेजों को अपात्र बताया. उन्होंने कहा कि जिन कॉलेजों को अपात्र घोषित किया गया है, उनमें से अधिकांश सरकारी कॉलेज है.
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छात्रों की काबलियत पर भी उठाए सवाल
नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की काबिलियत का मुद्दा भी कांग्रेस ने उठाया. कांग्रेस के नेता ने कहा कि कॉलेज ही सही से पढ़ाई नहीं कराएंगे, तो यहां से पढ़कर निकलने वाले छात्र इंजेक्शन कैसे लगा पाएंगे और बीपी कैसे नाप पाएंगे. वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कांग्रेस विधानसभा सत्र के दौरान भी इस मुद्दे को उठाएगी. इस दौरान सरकार से पूछा जाएगा कि कॉलेज की जांच में क्यासामने आया और इसके आधार पर सरकार ने क्या कार्रवाई की.
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