
मध्य प्रदेश के उज्जैन में नगर सीमा के बाहर खुली नई शराब की दुकानों पर शराबियों की भीड़ का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा वीडियो पोस्ट करने के बाद बवाल मच गया. पुलिस ने मामले में मंगलवार को आबकारी अधिकारियों से बात कर इस पर अंकुश लगाने के निर्देश दे दिए. मध्य प्रदेश की नई आबकारी नीति (Madhya Pradesh New Excise Policy) के तहत एक अप्रैल से प्रदेश के 19 धार्मिक स्थानों पर शराबबंदी लागू है. इसलिए कई जगहों पर नगर सीमा के बाहर शराब की दुकान खुल गई हैं. इसी तरह एक शराब की दुकान आगर रोड स्थित खिलची पुर में भी खुली है.
प्रदेशवासियों,
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) April 14, 2025
मोहन सरकार का दावा है मध्य प्रदेश के 19 धार्मिक नगरों और ग्राम पंचायतों में 01 अप्रैल 2025 से "शराबबंदी" लागू है! CM खुद भी इसका खूब प्रचार करते हैं!
आज मैं आपको मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र #उज्जैन की ही 'नशीली-दुनिया' से रूबरू करवा रहा हूं! देखिए, कैसे धर्म… pic.twitter.com/Ua2rNazTqZ
शराब पीने वालों का मेला
यहां भी हर दिन शराब पीने वालों का मेला लग रहा है. यही वजह है कि सोमवार को इधर से राजस्थान जा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने शराब की दुकान का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. आरोप लगाया कि शराबबंदी महज दिखावा है. यहां 1500 से ज्यादा लोग एक साथ खुलेआम शराब पी रहे हैं.

पिपलाई की दुकान यहां कैसे लगा दी गई, कोई जवाब देने वाला नहीं है. पटवारी की इस पोस्ट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी एक पोस्ट डाल दी, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. मामले में मंगलवार को एसपी प्रदीप शर्मा ने आबकारी अधिकारियों से चर्चा कर नियमानुसार कलाली चलवाने और उल्लंघन करने वालों पर कारवाई के निर्देश दिए.
शराब बंदी के नाम पर धोखा
उज्जैन में शराब बंदी के बाद शहरी क्षेत्र की सभी शराब दुकानें नगरीय सीमा से बाहर कर दी है. सोमवार का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आगर रोड पर शराब दुकान के बाहर का वीडियो बनाकर वायरल करते हुए कहा कि जिस पिपलई गांव नाम से वह 12 किलोमीटर दूर है. प्रदेश सरकार ने नगर की सीमा से सटाकर सभी मार्गों पर शराब की दुकानें खुलवा दी. इस शराब दुकान पर 1500 से ज्यादा लोग एक साथ खुलेआम शराब पी रहे हैं. सरकारी संरक्षण में चल रहे इस नशीले कारोबार में लूट व कमीशन भी शामिल है. यहां 80 रुपए का क्वार्टर 120 रुपए में बेचा जा रहा है. धार्मिक नगरी में शराब बंदी के नाम पर ये तो लोगों से धोखा ही है.