
Development of Bhopal : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को सीएम डॉ. मोहन यादव हर दिन बेहतर और खास बनाने में जुटे हुए हैं. वैसे भी प्रदेश में भोपाल की बात ही अलग है... कला, साहित्य, प्राकृतिक खूबसूरती, झील, तालाब, विकास... भोपाल को मानों खुदरत ने भी दोनों हाथों से भर-भर के सब-कुछ दिया है. वहीं, सोमवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के विकास कार्यों की समीक्षा की. तमाम विभाग के मंत्री और आला अधिकारी मौजूद रहें.
सीएम ने कहा- विरासत के संरक्षण के साथ भोपाल के विकास का समुचित नियोजन किया जाए. भोपाल के समृद्ध अतीत को शहर की प्लानिंग का भाग बनाते हुए भोजपुर जाने वाले मार्ग पर राजाभोज की स्मृति में और उज्जैन की ओर जाने वाले मार्ग पर सम्राट विक्रमादित्य को समर्पित द्वार निर्मित होगा.
अलग-अलग अंचलों की झलक दिखेगी

जल्द ही इन दोनों द्वारों के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया जाएगा. प्रदेश के अलग-अलग अंचलों की झलक राजधानी में दिखाई दे. इसलिए से भोपाल @2047 के विकास के बारे में विचार करना जरूरी है. इसके साथ ही भोपाल को मेट्रोपॉलिटन एरिया के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से पश्चिम में आगरा-मुंबई रोड और विदिशा, रायसेन और सीहोर तक आवागमन का नेटवर्क विकसित करते हुए कार्य योजना बनाई जाए.
बैठक में इन विभागों के मंत्री और अधिकारी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में भोपाल जिले के विकास कार्यों की समीक्षा में यह निर्देश दिए. बैठक में सूक्ष्म, लघु और उद्यम और जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप, खेल एवं युवा कल्याण तथा सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पख्यक कल्याण राज्य मंत्री कृष्णा गौर औए मुख्य सचिव अनुराग जैन मौजूद थे.मुख्यमंत्री डॉ. यादव का भोपाल से बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने के लिए जनप्रतिनिधियों ने आभार माना, उन्होंने कहा कि इससे भोपाल में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है..
ऐसे कॉलोनियों में तीसरी आंख से रहेगी नजर
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि बसाहटों के निर्माण पर भी नजर रखी जाए, स्वीकृत कॉलोनियों में सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य किया जाए...मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल शहर में ऊंचे भवनों के निर्माण की अनुमति के संबंध में कहा कि इस संबंध में जो नियम प्रदेश में लागू हैं, भोपाल में भी उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए...
ये भी पढ़ें- सबसे बड़े ऑपरेशन के बाद बैकफुट पर आए नक्सली, एक सप्ताह में दूसरी बार भेजा शांतिवार्ता का प्रस्ताव
ये मकान किराए पर न दें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के उद्देश्य से ये निर्देश दिये कि गरीबों के लिये आवंटित किए गए मकान किराये पर न दिये जाएं, उन्होंने कहा कि अवैध कालोनियों और झुग्गियों के निर्माण के संबंध में सतर्क रहें, संबंधित क्षेत्र में इस प्रकार की गतिविधियां होने पर उस क्षेत्र के राजस्व और नगर निगम अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे...
सीएम ने कहा की सौर ऊर्जा के उपयोग में राजधानी भोपाल, देश के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करें,मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल जिले में असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण करते हुए प्रभावी पुलिस व्यवस्था स्थापित करने और बेहतर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए स्मार्ट पुलिसिंग का उदाहरण प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं..
बैठक में जानकारी दी गई कि भोपाल में एम्स से करोंद चौराहा और भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा मार्ग के दो कॉरीडोर पर मैट्रो कार्य प्रगति पर है, बैठक में बताया गया कि अचारपुरा क्षेत्र में उद्योगों की निरंतर मांग को देखते हुए हज्जामपुरा की 31.21 हैक्टयर भूमि पर 32.29 करोड़ रुपये लागत से औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है. इसी तरह कोलार क्षेत्र के ग्राम सतगढ़ी में 69.91 हेक्टयर भूमि पर रेडीमेड गारमेंट हौजरी पार्क विकसित करने की योजना है.
ये भी पढ़ें- Pahalgam Attacks: एमपी में अब भी रह रहे हैं 220 पाकिस्तानी, इंदौर से प्रशासन ने तीन को बैरंग भेजा