Burhanpur Train Accident: बुरहानपुर जिले में मंगलवार को एक बुजुर्ग यात्री के लिए स्टेशने पर तैनात जीआरपी जवान देवदूत बन गया जब उसने अपनी जान दावं पर लगाकर चलती ट्रेन में चढ़ रहे बुजुर्ग की जान बचा ली. रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी जवान प्रकाश तिवारी ने साहस का परिचय देते हुए ट्रेन के साथ घिसट रहे 75 वर्षी बुजुर्ग को ट्रेन से अलग करने में सफलता पाई.
बुजुर्ग यात्री की रक्षा के लिए देवदूत बना जीआरपी पुलिस का जवान
गौरतलब है आए दिन रेलवे प्लेटफार्म पर ऐसी घटनाएं सामने आती है, जिसमें ट्रेन की सीट पर पहले पहुंचने के लिए पैसेंजर जान को दांव पर लगाने से गुरेज नहीं करते हैं. ऐसे में अक्सर उनकी सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशनों पर मौजूद रेलकर्मी, जीआरपी, आरपीएफ या वेंडर उनकी जान बचाकर उनके लिए देवदूत बन जाते हैं.
75 वर्षीय बुजुर्ग यात्री चलती ट्रेन में अमृतसर-दादर ट्रेन पर चढ़ने लगा
रिपोर्ट के मुताबिक 75 वर्षीय बुजुर्ग मंगलवार दोपहर को बुरहानपुर रेलवे स्टेशन से नासिक जाने के लिए अमृतसर दादर एक्सप्रेस ट्रेन पर सवार होना था. ट्रेन प्लेटफार्म नंबर-1 पर खड़ी थी. ट्रेन रवाना होने के लिए गति पकड़ने लगी तो बुजुर्ग भागकर चलती ट्रेन पर चढने लगे, लेकिन उनका पैर फिसल गया और ट्रेन के साथ घिसकने लग गए.
यात्री फखरूद्दीन के लिए जवान प्रकाश तिवारी ने दांव पर लगा दी जान
बताया जाता है ट्रेन के साथ बुजुर्ग को घिसटता देख स्टेशन पर तैनात जीआरपी पुलिस के जवान प्रकाश तिवारी की नजर उन पर गई और बिना समय गंवाए जवान ने बुजुर्ग यात्री को खींच कर उनकी जान ली. जान की परवाह किए बिना अपनी सूझबूझ और साहस से बुजुर्ग पैसेंजर की जान बचाने वाले जवान की खूब तारीफ हुई.
ट्रेन पर चढ़ने -उतरने में सावधानी नहीं बरतने से अक्सर होते हैं ऐसे हादसे
उल्लेखनीय है रेलवे स्टेशन पर रेल हादसों को रोकने के लिए तैनात जीआरपी जवानों को अक्सर रेलवे प्लेटफार्म्स पर ऐसे वाक्यों का सामना करना पड़ता है, जहां ट्रेन में चढने-उतरने के दौरान यात्रियों की जान पर बन आती है, बावजूद इसके रेलवे पैसेंजर ट्रेन पर चढ़ने और उतरने में पैसेंजर्स सावधानी नहीं बरतते हैं, जो कभी-कभी उनके लिए घातक होता है.