
MP News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नरसिंहपुर (Narsinghpur) जिले में प्रशासनिक अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत ग्रामीणों पर कई सालों से भारी पड़ रही है. जिले के तेंदूखेड़ा विधानसभा के जैथारी और इमलिया गांव के बीच का शक्कर नदी का पुल सात साल में भी बनकर तैयार नहीं हो सका है. ये पुल दोनों गांव के लोगों के लिए बहुत जरूरी है, आज तक बनकर तैयार नहीं हो सका है. इस ब्रिज के न बनने से गांव की लड़कियों को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ गई है. बरसात में नदी में बाढ़ आ जाती है, बेटियां स्कूल जाती है तो उन्हें घर लौटने की चिंता होती है. लिहाजा, ऐसे हाल ने परिवार वाले बच्चों को स्कूल भेजना नहीं चाहते हैं.

सात साल से लोगों को है पुल निर्माण का इंतजार
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साल 2018 से शुरू हुआ काम
शक्कर नदी के इस पुल के निर्माण का काम 2018 में इस शुरू हुआ था, जो 2020 में बनकर तैयार होना था. लेकिन, इसका काम आज 2025 तक पूरा नहीं हुआ है. ठेकेदार की मनमानी का खामियाजा गांव ग्रामीण भोग रहे हैं. अब विभाग इस ब्रिज को एक्सटेंड करके इसका बजट बढ़ाने की तैयारी में जुटा है. बात साफ है कि पांच साल में अब नदी में कटाव से काम और बढ़ गया है. पिछले काम का करीब 70 फीसदी भुगतान हो गया है. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारी कैमरे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन, उन्होंने बताया कि अब ब्रिज के एक्सटेंशन का इंतजार किया जा रहा है.

एक गांव से दूसरे गांव में जाना हुआ मुश्किल
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