
Organ Donation in MP: आमतौर पर लोग अपने देह का दान मरने के बाद करते हैं. लेकिन, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर (Maihar) जिले के रामनगर क्षेत्र के एक व्यक्ति ने अपने जीवित अवस्था में ही अपने अंगों का दान करने की इच्छा जाहिर की है... उसने अनुविभागीय अधिकारी रामनगर को पत्र लिखकर इसके लिए अनुमति मांगी है. SDM से अनुमति चाहने वाले व्यक्ति तहसील रामनगर में बतौर चौकीदार कार्यरत हैं. फिलहाल उनका यह पत्र SDM कार्यालय नहीं पहुंचा, लेकिन सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. जानकारी के अनुसार, रामनगर तहसील कार्यालय में चौकीदार के रुप में सेवाएं दे रहे सरोज कुमार कोरी 55 वर्ष के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी के नाम पर पत्र लिखा गया है. पत्र में उन्होंने अपने दोनों हाथ, पैर, आंख, फेफड़ा और किडनी देने की इच्छा जताई है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि यह निर्णय परिवार की सहमति के आधार पर लिया है.

देहदानी ने SDM को लिखा पत्र
पत्नी हैं सोनाड़ी गांव की सरपंच
जीवित अवस्था में ही अपने अंगों का दान करने के इच्छुक सरोज कुमार कोरी चौकीदार के पद पर कार्यरत हैं. वह रामनगर के वार्ड क्रमांक पांच, मकान नं. 198 में रहते हैं. उनकी पत्नी पार्वती कोरी ग्राम पंचायत सोनाड़ी की सरपंच है. परिवार में तीन बेटे और एक बेटी है. वह काफी समय से विभागीय अधिकारियों को पत्र के माध्यम से जानकारी देना चाहते थे, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने यह पत्र सोशल मीडिया के माध्यम से भेज दिया.
ये भी पढ़ें :- 40 % बच्चे बौने, 27% का वजन कम, 8 रुपये में MP के नौनिहाल कैसे बनेंगे बलवान ?
बोले-किसी के काम आएंगे
अंगों का दान करने के इच्छुक सरोज कुमार कोरी से जब इस पत्र के संबंध में NDTV ने बात की, तो उन्होंने कहा कि मृत्यु निश्चित है. मरने के बाद शव को जला ही देंगे. मेरी इच्छा है कि मैं अपने अंग दान करूं, ताकि जो भी अंग-भंग लोग हैं. उन्हें नया जीवन मिल सके. मेरे अंग किसी के काम आएं इसमें मुझे काफी खुशी होगी. उन्होंने यह भी बताया कि वे एक बीमारी की चपेट में है. दो बार किसी प्रकार से जान बच गई अब फिर बीमारी बढ़ रही है. ऐसे में समय रहते अपने अंग दान करना चाहता हूं.
ये भी पढ़ें :- NDTV की खबर पर बड़ा असर,अब स्वास्थ्य विभाग के 15 डॉक्टर्स गैस राहत अस्पतालों में देंगे सेवाएं