Bhopal IT Raid Update: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर में त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप और ईशान ग्रुप के मालिकों और उनके परिचितों के 50 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax Department) की कार्रवाई तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रही. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां से जब्त कैश का आंकड़ा 10 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है. इसे अलावा क्वालिटी ग्रुप के संचालक के यहां से जो CPU गायब हुआ था वह मिल गया है. इस सीपीयू के क्वालिटी ग्रुप के संचालकों ने छिपा दिया था. जांच के दौरान आयकर टीम को 25 लॉकर्स की जानकारी मिली है. जिन्हें खुलवाने का काम शुरू कर दिया है. ऐसा बताया जा रहा है कि इनमें सोना और कैश मिला है. अभी इनका वैल्यूएशन होना बाकी है.
हवाला एंगल से भी होगी जांच
आयकर टीम ने राजेश शर्मा और उसके सहयोगियों के यहां छापे में मिल रही संपत्ति के मामले में हवाला के जरिए लेन देन की जांच करने और विदेशी फंडिंग की भी जांच की तैयारी शुरू कर दी है. आयकर विभाग की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि राजेश शर्मा एंड कम्पनी द्वारा राजधानी के होशंगाबाद रोड पर स्थित सहारा सिटी की 110 एकड़ जमीन की खरीदी की गई है.
राजेश शर्मा त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक हैं. वे भोपाल में क्रेशर संचालकों के संगठन का नेतृत्व भी कर चुके हैं. उनका व्यवसाय राजधानी भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में फैला हुआ है, जहां वे खदानों के ठेके और क्रेशर संचालन का कार्य करते हैं. इसके अलावा, वे बिल्डर भी हैं, जो उनकी व्यावसायिक गतिविधियों का एक अहम हिस्सा है.
इस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि राजेश शर्मा रायपुर के कारोबारी महेंद्र गोयनका के लाइजनर के रूप में भी काम कर रहा है और उसकी कम्पनियों में सहयोगियों के साथ मिलकर 400 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट किया गया है.
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