Bhopal MD Drugs Case: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में चार महीने पहले के एमडी ड्रग्स मामले (MD Drugs Case) में अब बड़ा एक्शन लिया गया है. भोपाल के बगरोदा की जिस फैक्ट्री (Bagroda Factory) में ये ड्रग्स पकड़ी गई है, उसकी लीज निरस्त कर दी गई है. भोपाल में 6 अक्टूबर को 900 किलो ड्रग्स नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने जब्त किया था. इसमें गुजरात एटीएस ने भी सहायता की थी. इलाके की 30 और कंपनियों की भी लीज निरस्त होगी. इसके लिए कंपनियों को नोटिस जारी किया गया है.
इसलिए निरंस्त हुआ लीज
बगरोदा ड्रग्स फैक्ट्री से 6 अक्टूबर को पकड़ी गई एमडी ड्रग्स के मामले में फैक्ट्री का लीज सस्पेंड कर दिया गया है. 1814 करोड़ रुपये से जुड़े इस मामले में चार महीने बाद फैक्ट्री की लीज निरस्त की गई है. मामले में गहराई से जांच करने के दौरान विभाग ने पाया कि प्लॉट दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था.
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क्या था पूरा मामला
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गुजरात एटीएस के साथ मिलकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 6 अक्टूबर को 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स बरामद की थी. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. इस पूरे मामले में खास बात ये है कि यहां बाकायदा फैक्ट्री लगाकर ड्रग्स का उत्पादन किया जा रहा था. यहां, ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर जैसे उपकरणों की मदद से 1800 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बनाई जा रही थी.
भोपाल के करीब बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में शनिवार को जब एनसीबी और गुजरात एटीएस ने छापा मारा, तो उन्हें 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन मिला, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
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