नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गुजरात एटीएस के साथ मिलकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार को 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स बरामद की है. इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है . दोनों आरोपियों को 8 दिन के रिमांड पर ले लिया गया है. इस पूरे मामले में खास बात ये है कि यहां बाकायदा फैक्ट्री लगाकर ड्रग्स का उत्पादन किया जा रहा था. आरोप है कि खाद बनाने के लिए इस जगह को किराये पर लिया गया था, लेकिन इसके बाद वहां ड्रग्स बनाने का खेल शुरू कर दिया गया.
यहां, ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर जैसे उपकरणों की मदद से 1800 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बनाई जा रही थी. भोपाल के करीब बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में शनिवार को जब एनसीबी और गुजरात एटीएस ने छापा मारा, तो उन्हें 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन मिला, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
भोपाल पुलिस को नहीं लगी भनक
ड्रग्स के सौदागर यहां खाद बनाने के नाम पर यहां 6 महीने से ज़हर बना रहे थे, लेकिन भोपाल पुलिस को भनक तक नहीं लगी. भोपाल के डीसीपी संजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि हमें बिल्कुल भी इसकी भनक तक नहीं लगी. उन्होंने आगे कहा कि हमें ड्रग्स बनाने की जानकारी होती, तो हम छापा नहीं मारते. आपको बता दें कि गुजरात के ड्रग्स माफिया के जरिए, एटीएस को इस फैक्ट्री की जानकारी मिली. इसके बाद गुजरात एटीएस डेढ़ महीने तक नज़र रखी गई, फिर दिल्ली एनसीबी के साथ मिलकर गुजरात एटीएस ने छापा मारकर इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ कर दिया.
ये दो आरोपी हुए गिरफ्तार
इस मामले में गुजरात ATS और NCB दिल्ली ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें 40 साल का आरोपी सान्याल प्रकाश बाने महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है और 57 साल का अमित चतुर्वेदी भोपाल का निवासी है. सान्याल प्रकाश 2017 में महाराष्ट्र में एक किलो एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार हुआ. इस आरोप में वह 5 साल तक जेल में रहा था. अमित चतुर्वेदी उसका दोस्त था. जेल से बाहर आने के बाद दोनों ने ड्रग्स बनाने और बेचने का प्लान बनाया.
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एटीएस गुजरात के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि हमने अब तक जितने भी लैब बस्ट की है, ये सबसे बड़ी लैब है. इसकी डेली कैपेसिटी 25 किलो है. उन्होंने बताया कि इन आरोपियों ने 6 महीने पहले किराये पर लिया, 2-3 महीने पहले मशीनें मंगवाई. इसके बाद रॉ मैटेरियल खरीदा और फिर एमडी बनाना शुरू कर दिया था. NCB और गुजरात पुलिस की छापामार कार्रवाई के बाद पुलिस बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित सभी फैक्ट्रियों की जांच की तैयारी कर रही है.
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