Chinese Module MP News: चायनीज माड्यूल (टास्क फ्रॉड) (Chinese module) का उपयोग कर 90 लाख रुपए की घोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को साइबर क्राईम भोपाल (Bhopal) की टीम ने इंदौर से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि यह मध्य प्रदेश की पहली गैंग है जो सीधा चायनीज ग्रुप के सम्पर्क में है.आरोपी टेलीग्राफ ऐप पर कई चायनीज ग्रुप में जुड़ा हुआ है. इसमें शामिल बाकी आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है.
पीड़ित ने पुलिस को ये बताया
दरअसल भोपाल के एक युवक ने पुलिस को शिकायत 16 नवंबर को टेलीग्राम पर निकिता ने पार्ट-टाईम काम के लिए मैसेज किया. उसके बाद उसे टेलीग्राम पर नव्या जिसने खुद को सिमिलर वेब से होना बताया. इसके बाद उसे गुमराह कर 15 अलग-अलग खातों में पैसे मंगवाए. उसने 9087863/- रुपए बैंक खातों में जमा करा दिए. बाद में जब उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है तो उसके पैरों तले जमीं खिसक गई. धोखाधड़ी का शिकार हुए युवक ने पुलिस थाना पहुंच कर शिकायत दर्ज करवाई।
ऐसे करते हैं धोखाधड़ी
पुलिस ने बताया कि आरोपी सतवीर सिंह फरार आरोपी की मदद से जरूरत मंद लोगों की पहचान कर उनको रुपए का लालच देकर उनका करंट बैंक खाता खुलवाता है. बाद में फरार आरोपी से उक्त बैंक खाता प्राप्त कर टेलीग्राफ में जुड़े चायनीज व्यक्तियों से सम्पर्क कर उनको खाता बेचकर खाता के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराता है. उसके बाद जब चायनीज लोग उस खाते को फ्रॉड हेतु सिस्टम में लगा देते है। यहां पर बड़ी मात्रा में ट्रांजेक्शन करने के लिए ओटीपी की आवश्यकता होती है जिसके लिए आरोपी अपने फोन में चायनीज आरोपियों के दिए गए कस्टम एण्ड्राईड एप्पलीकेशन को इंस्टाल कर लेता है.जिससे सारे ओटीपी उनके सिस्टम तक आसानी से पहुंच जाते हैं.
देश में फ्रॉड करने के लिए मदद
आरोपी सतवीर सिंह चायनीज आरोपियों को भारत देश में फ्रॉड करने के लिए मदद करता है. साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम ने पूरे मामले की जांच के बाद सतवीर सिंह को इंदौर से और आरोपी राहुल वसुनिया को धामनोद जिला धार से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 05 मोबाईल फोन, सिमकार्ड भी जब्त किए हैं.
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ऐसे हो रहे टास्क फ्रॉड के शिकार
बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- इंस्टाग्राम, फेसबुक, टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रतिदिन हजारों रुपए कमाने का लालच दिया जा रहा है, जिसमें पहले फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्बूय चैनल को लाईक एवं सब्सक्राईब करने अथवा फेसबुक या इंस्टाग्राम पेज को फॉलों एवं लाईक करने के टास्क दिया जाता है. जिसके बाद रुपए विड्राल करने के लिए बैंक खाता की जानकारी ले लेकर 50-100/ रुपए बैंक खाता में क्रेडिट कर दिए जाते है.
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