Seoni News: मध्य प्रदेश के सिवनी (Seoni) से कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी (Hockey Players from Seoni) निकल चुके हैं, इस कारण सिवनी को हॉकी की नर्सरी (Hockey Nursery Seoni) भी कहा जाता है. जहां एक ओर इन खिलाड़ियों ने जिले का नाम रोशन किया है, वहीं दूसरी ओर आज के युवा खिलाड़ियों को मिलने वाली जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
सिवनी में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyanchand Hockey Stadium) के नाम पर हॉकी स्टेडियम है. सिवनी में मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा ब्लू हॉकी एस्ट्रो टर्फ भी बिछाया गया है. जिसे लगभग दो महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन यहां के खिलाड़ियों को अभी तक टर्फ में खेलने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
प्रशासनिक तौर पर फंसा मामला
दरअसल, यह मामला प्रशासनिक तौर पर फंसा हुआ है. सिवनी जिला खेल अधिकारी मनु धुर्वे का कहना है कि जब तक हमें भोपाल से एनओसी नहीं मिल जाती, तब तक हम खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति नहीं दे सकते. खेल अधिकारी के अनुसार, ठेकेदार ने गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है. इसी के चलते भोपाल से इस एस्ट्रो टर्फ में खेलने की अनुमति नहीं मिल पा रही है. वही ऐसा माना जा रहा है कि प्रशासन नई सरकार बनने की रास्ता देखा जा रहा है.
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धूल और कीचड़ में खेलने को मजबूर खिलाड़ी
वहीं खिलाड़ियों का कहना है कि ठंड के समय में हॉकी का सीजन होता है, लेकिन एस्ट्रो टर्फ नहीं खोले जाने के कारण हमें सिवनी के स्थानीय पुलिस मैदान में प्रैक्टिस करना पड़ रहा है. जहां पर धूल के गुबार उठते हैं और पानी आ जाने पर मैदान में कीचड़ हो जाता है. वहीं जगह-जगह घास उगी हुई है, गोल पोस्ट टूटे पड़े हैं. सिवनी से कई नेशनल और इंटरनेशनल प्लेयर देश-प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसलिए खिलाड़ियों की मांग है कि इस एस्ट्रो टर्फ को जल्द से जल्द खोला जाए, जिससे उन खिलाड़ियों को इसका लाभ मिल सके और अपना भविष्य सुधार सकें.
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