Bhojshala Survey New Update: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार (Dhar) जिले में स्थित 11वीं शताब्दी की भोजशाला (Bhojshala) को लेकर विवाद के बाद हाईकोर्ट ने सर्वे के आदेश जारी किए. इसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) इस जगह की सर्वे कर रहा है जिसे रविवार, 14 अप्रैल को 24 दिन हो गए. इस दिन एसआई की टीम सुबह 8:03 बजे पहुंची. इस टीम में कुल 22 अधिकारी कर्मचारियों के साथ 27 मजदूरों शामिल थे. वहीं, इस मौके पर हिंदू और मुस्लिम (Hindu and Muslim in Bhojshala) दोनों पक्ष शामिल हुए. भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक ने बड़े दावे किए और कहा कि कमाल मौलाना दरगाह से लेकर ताज महल, कुतुब मीनार और अजमेर दरगाह मंदिर है. वहीं, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जो शिलालेख मिले हैं, वह अरबी और फारसी भाषा में हैं.
हिन्दू पक्ष का दावा
भोजशाला सर्वे को लेकर हिंदू समाज वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर होने का दावा करता है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद बता रहा है. इस मुद्दे को लेकर कई बार धार्मिक विवाद भी हो चुका है. भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक ने बड़े दावे करते हुए कहा कि कमाल मौलाना दरगाह से लेकर ताज महल, कुतुब मीनार और अजमेर दरगाह को मंदिर बताया.
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मुस्लिम पक्ष का दावा
मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद का मामले को लेकर कहना है कि जो शिलालेख वगैरह सर्वे के दौरान मिले हैं, वह अरबी और फारसी भाषा में हैं. इसके लिए साइंस की टीम को बुलाया गया हैं. उनके आने के बाद ही सही जांच हो पाएगी.
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