
Madhya Pradesh Police : मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में पुलिस प्रताड़ना का अजीबोगरीब मामला आमने आया हैं. आरोप हैं कि ज़ब एक दरोगा की दहेज के लालच में रिश्ता टूट गया, तो उसने एक परिवार को इस शक में प्रताड़ित करना शुरू कर दिया कि उसने रिश्ता तुड़वाया है.
इसके बाद गुस्साए दारोगा ने उसने युवक पर ताबड़तोड़ कई केस दर्ज कर दिए. उसे भगोड़ा घोषित कर एनकाउंटर की भी तैयारी कर ली. अब शिकायत मिलने पर इस मामले में आईजी ने संज्ञान लिया है.
ये है पूरा मामला
शिवपुरी जिले के अमोला थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता सगाई टूटने के बाद बहुत गुस्से में है. उन्होंने अपनी सगाई टूटने का जिम्मेदार महेंद्र सिंह परमार नाम के व्यक्ति को ठहरा दिया. महेंद्र का आरोप हैं कि गुप्ता ने उसे टारगेट करके अपराधी बना दिया है. इससे भी उनका मन नहीं भरा, तो एनकाउंटर करने की धमकी दे रहे हैं. इसके कारण महेंद्र सिंह और उनका परिवार बेहद परेशान है. वहीं, महेंद्र सिंह डर के मारे गांव से भागा-भागा फिर रहा है. महेंद्र सिंह की पत्नी सुषमा अपने भाई के साथ रविवार को ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना के पास पहुंची और अमोला थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर अंशुल गुप्ता की शिकायत की.
आईजी ने कार्रवाई के दिए निर्देश
इस मामले में आईजी अरविंद सक्सेना का कहना है कि महिला ने घटना की शिकायत उनसे की है. उन्होंने इस मामले में शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई इस तरह से किसी परिवार को टारगेट करके परेशान करता है, तो यह न्याय उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में थाना प्रभारी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा और अगर वह दोषी होंगे, तो फिर उन पर कार्रवाई की जाएगी.
दारोगा ने गंभीर धाराओं में दर्ज कर दिया केस
शिकायत में कहा गया है कि शिवपुरी जिले के अमोला थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता की सगाई कुछ महीने पहले शिवपुरी जिले के गांव खोड़ में हुई थी. लेकिन, सब इंस्पेक्टर साहब की दहेज की डिमांड अचानक से बढ़ गई. इसके कारण लड़की वालों ने रिश्ता तोड़ दिया. इस मामले में महेंद्र सिंह का कसूर सिर्फ इतना है कि वह लड़की वालों का भी परिचित है. अब महेंद्र सिंह की पत्नी सुषमा का कहना है कि अमोला थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता को यह शक है कि उनकी सगाई उनके पति महेंद्र सिंह ने तुड़वाई है. बस इसी की वजह से उन्होंने महेंद्र सिंह और उनके परिवार का जीना हराम कर दिया है. महेंद्र सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट से लेकर कई गंभीर मामले दर्ज कर दिए है. सब इंस्पेक्टर अंशुल गुप्ता ने उन्हें खूंखार भगोड़ा अपराधी बना दिया. इसके साथ ही एक के बाद एक कई केस दर्ज होने के बाद महेंद्र सिंह और उनके परिवार कानून की नजर में अपराधी बन गया है. लिहाजा, वह भागा-भागा फिर रहा है.
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इससे परेशान होकर महेंद्र सिंह की पत्नी सुषमा ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना से मिली. उन्होंने अपना दुखड़ा उन्हें सुनाया और उन्होंने थाना प्रभारी की हरकतों के बारे में आईजी को अवगत कराया. महिला सुषमा का कहना है कि उनके पति को अपराधी बनाकर वह उनका एनकाउंटर करना चाहता है, जबकि थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता ने सगाई के बाद अचानक से दहेज की डिमांड करना शुरू कर दी, इसके कारण लड़की वालों ने उनका रिश्ता तोड़ दिया. मेरे पति का कसूर सिर्फ इतना है कि वह लड़की वालों के परिचित हैं. महिला ने बताया कि जिस गांव में थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता की सगाई हुई थी, उस परिवार से हमारे पारिवारिक ताल्लुक हैं. बस यही थाना प्रभारी को नागवार गुजर रहा है. डर के मारे बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. वहीं, पति नौकरी नहीं कर पा रहे हैं. इसके कारण हमारे घर पर खाने की भी लाले हो गए हैं. अंशुल गुप्ता अमोल का थाना प्रभारी है और इसी का नाजायज फायदा उठा रहा है. वह शक की बिना पर रंजिश पाल कर बैठा हुआ है.
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