![Betul News: रेलवे की नई लाइन बनाने के नाम पर किसानों के साथ अन्याय, ठेकेदार ने हथिया ली आदिवासियों की जमीन Betul News: रेलवे की नई लाइन बनाने के नाम पर किसानों के साथ अन्याय, ठेकेदार ने हथिया ली आदिवासियों की जमीन](https://c.ndtvimg.com/2025-02/cf0g7v9g_xzvdsvdv_625x300_10_February_25.jpeg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
MP Latest News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) नगर से लगे हर्रा ढाना में रहने वाले आदिवासी परिवारों की कृषि भूमि पर जबरन कब्जे (Illegal Capture) और अवैध ठेका देने का मामला सामने आया है. दरअसल, रेलवे की तीसरी लाइन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. आदिवासी परिवारों का आरोप है कि अनुसूचित जनजाति की भूमि को गैर-आदिवासी को ठेके पर देने से पहले कलेक्टर की अनुमति आवश्यक होती है. लेकिन, ठेकेदार और बिचौलिये ने नियम कायदे दरकिनार कर दिए, जिससे उनकी खेती की जमीन बर्बाद हो गई.
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आदिवासी किसानों की जमीन अवैध कब्जा
खेती की जमीन पर बना लिया ऑफिस
बैतूल की रहने वाली रामदुलारी बाई, मलखन गोंड, ननोता बाई, इन्तू बाई, जमुना बाई सहित अन्य आदिवासी परिवारों की खेती की जमीन पर रेलवे की तीसरी लाइन का निर्माण कर रहे ठेकेदार भगवान सिंह ने अवैध कब्जा कर लिया है. उपजाऊ जमीन पर कब्जा कर कैम्प ऑफिस और मिक्सिंग यूनिट डाल दी गई है. खेत में जो कुआं था, उसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है.
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पानी के लिए भी आदिवासी किसान हो रहे परेशान
आदिवासियों के जमीन पर कब्जा होने से उन्हें पीने के लिए पानी भी दूर से लाना पड़ रहा है. उनके लिए सरकार ने पांचवी अनुसूचि पैसा जैसे कानून बनाए है, लेकिन इन परिवारों को इसका भी लाभ नहीं मिल रहा है.
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