76th Republic Day Celebration : कर्तव्य पथ पर लोकतंत्र के महापर्व गणतंत्र की बेहद ही खास तस्वीरें दिखी. लोगों में एक अलग तरह का उत्साह था.गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के दौरान एक हर शख्स देश भक्ति के रंग रंगा हुआ दिखा. वहीं, रविवार को इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया. 21 तोपों की सलामी के बाद परेड शुरू हुई. इंडोनेशिया के जवान भी इस परेड में शामिल हुए.उनके साथ इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो भी थे, जो इस वर्ष के समारोह के मुख्य अतिथि हैं. परंपरा के अनुसार, दोनों राष्ट्रपतियों को भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट, 'राष्ट्रपति के अंगरक्षक' द्वारा कर्तव्य पथ तक ले जाया गया. 40 वर्षों से बंद परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए, वे 'पारंपरिक बग्गी' में सवार होकर समारोह में पहुंचे.
21 तोपों की सलामी दी गई
उनके आगमन पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया. प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ का भी कर्तव्य पथ पर स्वागत किया.राष्ट्रगान के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया, जिसके बाद स्वदेशी 105-एमएम लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी दी गई.
खास अंदाज में दिखे पीएम मोदी
लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर पीएम मोदी खास अंदाज में कर्तव्य पथ पर दिखें. पीएम मोदी सफेद कुर्ता-पायजामा के साथ गहरे भूरे रंग के बंद गले का कोट और लाल-पीले रंग का साफा बांधे हुए कार्यक्रम में शामिल हुए. गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के दौरान संविधान की झांकी देखकर पीएम मोदी के चेहरे में एक खास मुस्कुराहट दिखी. पीएम की इस तस्वीर ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया.
हवाई करतबों को देख लोग हुए रोमांचित
गणतंत्र के मौके पर परेड में शामिल सेना के विमानों के हवाई करतबों को देख लोग रोमांचित हो उठे. बता दें, कुल परेड में 40 विमान शामिल रहे. इसमें 22 लड़ाकू, 11 परिवहन और 7 हेलीकॉप्टर थे. फ्लाई-पास्ट प्रस्तुत को देख दर्शकों ने सेना परेड में शामिल प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया. सतलुज फॉरमेशन इस फॉरमेशन में 02 डॉर्नियर - 228 एसी और 01 एएन 32 एयरक्राफ्ट विक जैसे अन्य विमानों ने उड़ान भरी.
चीता द प्राइड ऑफ इंडिया की थीम पर रही MP की झांकी
दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड समारोह में मध्यप्रदेश की झांकी ने ‘‘चीता द प्राइड ऑफ इंडिया'' थीम पर दिखी. साथ प्रदेश में चीतों की ऐतिहासिक पुनर्स्थापना की गौरवमयी झलक पेश की गई.
सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा... की रही गूंज
सांस्कृतिक मंत्रालय के 300 कलाकारों के साथ वाद्य यंत्र बजाते हुए परेड निकली. कलाकारों द्वारा शहनाई, नादस्वरम, मशक बीन, बांसुरी, शंख और ढोल जैसे पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों की मदद से "सारे जहां से अच्छा" बजाया गया. समारोह में वैश्विक स्पर्श जोड़ते हुए, 152 सदस्यों वाली इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की मार्चिंग टुकड़ी और 190 सदस्यों वाली इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी का सैन्य बैंड भी परेड में शामिल हुआ.
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