Republic Day Flag Hoisting in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में राज्यपाल रामेन डेका ने ध्वजारोहण किया. इसके बाद जवानों की 15 टुकड़ियों से सलामी ली. वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अंबिकापुर में तिरंगा फहराकर परेड की सलामी ली. इस दौरान सीएम साय ने कहा, 'नक्सलियों को समाप्त करने का संकल्प है. जल्द ही बस्तर नक्सल आतंक से मुक्त होगा.'
सीएम ने संयुक्त परेड की ली सलामी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली. इस मौके पर सीएम ने आम जनता को संबोधित किया. साय ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी.
Live गणतंत्र दिवस समारोह, अंबिकापुर https://t.co/jFSgkCdV0W
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 26, 2025
सीएम ने आम जनता को किया संबोधित
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संबोधित करते हुए कहा, 'आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत गौरवशाली है. आज हम देश के गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं. इसके पीछे उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बलिदान है, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई, उन संविधान निर्माताओं का योगदान है, जिन्होंने इस संविधान के माध्यम से भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाया. उन विभूतियों का योगदान है, जो संविधान की रक्षा के लिए हमेशा डटे रहे.
'अनेक जवानों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया'
सीएम ने कहा, 'नक्सलवाद से लड़ते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए अनेक जवानों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया, ताकि हम सुरक्षित रह सकें और समाज में शांति स्थापित हो सके. इन जवानों की शहादत को मैं शत्-शत् नमन करता हूं.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, 'इस गणतंत्र की धरोहर को सुरक्षित रखने और सहेजने-संवारने की जिम्मेदारी हमारी और भावी पीढ़ी के हाथों में है. हमारा गणतंत्र हमें सत्यमेव जयते की सीख देता है. मुंडकोपनिषद का यह सूत्र वाक्य हमें बताता है कि अंधेरा कितना भी घना क्यों न हो, हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए. हमारे गणतंत्र की इस भावना की विजय हमने गंभीर नक्सलग्रस्त इलाकों में देखी है.
'बस्तर जल्द नक्सल आतंक से मुक्त होगा'
विष्णुदेव साय ने कहा, 'जब केंद्रीय गृह मंत्र अमित शाह पिछले महीने छत्तीसगढ़ आये तो बस्तर की इसी धरती में ग्राम गुंडम की एक बुजुर्ग मां उनके पास आई, माता जी ने उन्हें वनोपजों की टोकरी भेंट की और कहा कि माओवाद को पूरी तरह से नष्ट कर दीजिए. जब सरकार का इरादा, जवानों का हौसला और जनता का संकल्प मिल जाता है, तो कोई भी हिंसक विचारधारा नहीं टिक सकती. बस्तर में माओवाद अब अंतिम सांसे गिन रहा है. शीघ्र ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल आतंक से मुक्त हो जाएगा.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास की राह खुल गई: CM
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'आतंक से मुक्ति के साथ ही बस्तर में नक्सल प्रभावित रहे क्षेत्रों में विकास की राह भी खुल गई है. इसका माध्यम हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही नियद नेल्ला नार योजना बनी है. अरसे बाद स्कूलों में घंटियां गूंजी, पानी-बिजली का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित हुआ. आधार कार्ड बने और आयुष्मान कार्ड भी बन गये.
'बस्तर ओलंपिक' नये बस्तर की पहचान बना'
सीएम साय ने कहा, 'बस्तर अब उमंग से भरा हुआ है. हमने यहां बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया. पूरे बस्तर से 1 लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें नक्सल हिंसा से प्रभावित परिजन भी थे. आत्मसमर्पित नक्सली भी थे और नक्सल हिंसा में अपने अंग गंवा चुके दिव्यांगजन भी थे. खेलों के इस महाकुंभ में खिलाड़ियों का उत्साह देखते ही बन रहा था, हम सबके लिए यह बहुत भावुक क्षण था, बस्तर ओलंपिक नये बस्तर की पहचान बन गया.
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