
Vijaya Ekadashi: हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि बेहद शुभ मानी जाती है. साल 2024 में कुल एकादशी तिथियां पड़ रही है. एकादशी का दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के लिए समर्पित होता है. फाल्गुन माह की पहली एकादशी तिथि 06 मार्च 2024 को मनाई जाएगी, कहा जाता है कि इस दिन हरि स्त्रोत (Hari Stotra) का पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है और मनचाहा वरदान प्राप्त होता है. पंडित दुर्गेश ने विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi Puja) के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि की जानकारी दी है...
पूजा विधि जानिए
एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके साथ वस्त्रों को धारण करना चाहिए इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करके गंगा जल का छिड़काव कर शुद्ध करना चाहिए.
चौकी पर पीले लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें उसके बाद विभिन्न विषयों का गंगा जल से अभिषेक करें.
भगवान विष्णु को पीले चन्दन और हल्दी कुमकुम से तिलक लगाएं और पुष्पों और तुलसी अर्पित करें. यदि संभव हो तो इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत भी रखना चाहिए भगवान विष्णु को भोग लगाएं और आर्थिक करें ऐसा करने से भगवान विष्णु के विशेष जातक पर होती है.
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विजया एकादशी शुभ मुहूर्त
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार विजया एकादशी तिथि की शुरूआत 6 मार्च को सुबह 6:30 से होगी और अगले दिन 7 मार्च की सुबह 4:13 पर तिथि का समापन होगा, इस बार विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च को रखा जाएगा..
विजया एकादशी व्रत पूजा की सामग्री लिस्ट
श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति, पुष्प, सुपारी, फल, लौंग, धूप, पंचामृत, अक्षत, तुलसी, चंदन, मिष्ठान, पीले वस्त्र, मौली, माला, नारियल इत्यादि.