Tourists Trapped In Waterfall: रमदहा जलप्रपात मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. यहां नदी-नाले उफान पर है, वहीं दूसरी ओर प्रसिद्ध जलप्रपात रमदहा इन दिनों अपनी प्राकृतिक सुंदरता बिखेर रहा है, जिसके चलते जलप्रपात की आसपास रौनक भी वापस लौट आई है.
लहलहाते जंगल रमदहा की खूबसूरती में चार चांद लगा रहा
बनास नदी रमदहा जलप्रपात का अहम हिस्सा है और इस दौरान इसकी तेजी से बहती हुई श्वेत धारा को देखकर ऐसा लगता है कि मानो यह जलप्रपात फिर से खिल उठा है और मुस्कुरा रहा है. इस जलप्रपात में पानी की बहती धारा और इसके आसपास लहलहाते जंगल इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है.
100 फीट की ऊंचाई से गिर रहा पानी
एमसीबी के जनकपुर मुख्यालय से 45 किमी की दूरी पर बहरासी वन परिक्षेत्र का करवा बीट आता है, जहां के ग्राम पंचायत धोवाताल के बरैल नामक जंगल से बनास नदी का उद्गम होता है. बनास नदी के उद्गम स्थल से लगभग 15 किमी की दूरी पर जिले का यह प्रसिद्ध रमदहा जलप्रपात है, जहां पर यह नदी 50 मीटर चौड़ाई होकर 100 फीट नीचे गिरते हुए अपनी छटा बिखेरती है. जलप्रताप का पानी बहते हुए अपने आप में एक अलग ही खूबसूरती को बयां करती है, जिसे देखने के लिए छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश तक के पर्यटक इसकी सुंदरता को निहारने पहुंच रहे हैं.
फॉल इन दिनों काफी मनमोहक नजर आ रहा है
चिरमिरी से आए पिंटू मांझी ने कहा कि बहुत दिनों से इस जगह को एक्सप्लोर के लिए सोच रहे थे. इस जगह को हमने इंटरनेट खासतौर पर यूट्यूब और सोशल मीडिया के माध्यम से देखा था और आज पहली बार यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. यहां का वातावरण बहुत ही सुंदर और खूबसूरत है. खासतौर पर यहां पर जो वाटर फॉल है वो काफी मनमोहक है, जिसे देखकर बहुत मजा आ रहा है.
पर्यटक के रूप यहां पर आई एक युवती ने बताया कि हम लोगों ने मोबाइल पर इस जगह के बारे में देखा था कि यहां पर कई झरने हैं जिसकी खूबसूरती इस बारिश में बढ़ गई है.
रमदहा को लेकर अपने अनुभव को व्यक्त करते हुए एक पर्यटक ने बताया कि इस जगह का नाम वैसे तो काफी दिनों से सुनते आ रहे थे, जिसे आज देखने पहुंचे हुए हैं. हमारे साथ और भी लोग आए हैं जो राजस्थान, उत्तराखंड के हैं और हम लोग यहां काफी समय से आए हुए हैं. इस जगह पर तो यहां की सुंदरता अपने आप ही बयां कर रही है.
रमदाह जलप्रपात के परिक्षेत्र में जिस चौकीदार की नियुक्ति हुई है उनका कहना है कि वर्तमान समय में लगातार जो चार दिनों से बारिश हो रही है. उसकी वजह से पानी का स्रोत यहां पर बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है, जिसके लिए यहां पर जो पर्यटक आते जाते हैं. उन्हें हमारे द्वारा समझाइश की जाती है कि वह खतरे के निशान के आगे ना जाएं.