
खंडवा: देशभर में सावन के महीने में जगह-जगह कावड़ यात्रा निकाली जाती है. ऐसे में भगवान भोलेनाथ की आराधना के पवित्र माह सावन में आस्था के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. इस बीच मध्यप्रदेश के खंडवा में भी कावड़ यात्रा का नया अंदाज देखने को मिला. यहां पर एक तैराक ग्रुप ने पानी के अंदर तैरते हुए कावड़ यात्रा निकाली. इससे पहले भी खंडवा का यह तैराकी ग्रुप पानी में तैरते हुए तिरंगा यात्रा निकाल चुका है, जिसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सराहना की थी.
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खंडवा के गणगौर घाट पर 'लहरों के राजा' ग्रुप द्वारा सावन के महीने में रविवार के दिन विशेष कावड़ यात्रा निकाली गई. यह कावड़ यात्रा आस्था और भक्ति के साथ पानी में तैरते हुए गणगोर घाट से प्राचीन भीमकुंड महादेव मंदिर तक पहुंची. 'लहरों के राजा' ग्रुप के तैराकी सदस्यों द्वारा भगवान भीमकुंड महादेव का देशभर की विभिन्न नदियों का जल लेकर जलाभिषेक किया गया.

पानी में तैरती हुई निकाली कावड़ यात्रा
इसके साथ ही हमारे द्वारा योग दिवस पर पानी में तैरते हुए योग किया गया और अब उसके बाद ग्रुप के सभी सदस्यों ने मिलकर पानी पर तैराकी कर प्राचीन भीमकुंड तक पहुंचकर वहां स्थित भीम कुंड महादेव का जलाभिषेक किया. यह ऐसी कावड़ यात्रा थी जो पानी में तैरकर भीम कुंड महादेव पहुंची. जहां सभी सदस्यों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया और बोल बम के जयकारों के साथ भक्तों ने इस जलाभिषेक में शामिल होकर शहर, राज्य और देश के सुख-समृद्धि की कामना की.

इस कावड़ यात्रा में महिलाएं, बच्चे और युवा सम्मिलित हुए
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पानी में तैरते हुए निकाली गई इस अनोखी जल कांवड़ यात्रा में भीमकुंड महादेव मंदिर पर सभी भक्तों द्वारा भगवान भोले के जयकारों के जयघोष के साथ भक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला. पानी में तैरते हुए कांवड़ यात्रा निकालना अपने आप में बेहद कठिन माना जाता है. इस तरह कि यात्रा पहली बार खंडवा में निकाले जाने पर यात्रा से जुड़े संजय शर्मा का कहना है कि सावन महीने का अपना ही एक अलग महत्व है. हमने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर शहर, राज्य और देश की सुख समृद्धि की कामना की.