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This Article is From Jul 14, 2023

खंडवा : सीमा विवाद के कारण 10 घंटे तक पोस्टमार्टम के लिए शव लेकर भटकता रहा परिवार

मृतक के काका देवीलाल ने बताया कि शव के पोस्टमार्टम को लेकर 10 घंटे तक पूरा परिवार परेशान होता रहा. उन्होंने मांग करी कि इस मामले में लापरवाही करने वाले डाक्टर पर कार्रवाई की जाए.

खंडवा : सीमा विवाद के कारण 10 घंटे तक पोस्टमार्टम के लिए शव लेकर भटकता रहा परिवार

खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा और खरगोन की सीमा से सटे सनावद में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. दो थानों की सीमा विवाद को लेकर एक किसान का शव पोस्टमार्टम के लिए 10 घंटे तक उसके परिजन लेकर घूमते रहे. दरअसल, खंडवा जिले के धनगांव थाना क्षेत्र के ग्राम पराठे निवासी एक किसान की कीटनाशक दवा के छिड़काव के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी. जिसे सनावद के अस्पताल में ले जाया गया लेकिन उसकी वहां मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों को शव के पोस्टमार्टम कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सनावद अस्पताल ने घटनास्थल खंडवा जिला होने के चलते पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद परिजन शव को लेकर ओम्कारेश्वर अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें पोस्टमार्टम के लिए मना कर दिया गया. लगभग 10 घंटे तक भटकने के बाद मांधाता थाना प्रभारी के हस्तक्षेप से सनावद के अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया.

मिली जानकारी के अनुसार धनगांव थाना क्षेत्र के ग्राम परेठी निवासी दीपक पिता खूबचंद की कीटनाशक दवाई के छिड़काव के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. बताया जाता है कि कीटनाशक उसके मुंह मे चला गया था. इसके बाद उसके परिजन उसे सनावद अस्पताल लेकर आये. यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. दीपक के काका देवीलाल ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद डा.राहुल आटोदे ने पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया. उनका कहना था कि घटना खंडवा जिले की है। इसलिए शव का पोस्टमार्टम वहीं होगा. इसके बाद परिजन मृतक के शव को लेकर खंडवा जिले के ओंकारेश्वर अस्पताल पहुंचे, लेकिन ओम्कारेश्वर अस्पताल के डॉक्टरों ने यह कह कर उन्हें वहां से रवाना कर दिया कि मौत सनावद अस्पताल में हुई है. इसलिए पोस्टमार्टम भी वहां होगा. इस दौरान विवाद की स्थिति बन गई.

जैसे ही इस बात का पता मांधाता थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन को चला तो वह ओंकारेश्वर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजनों और डाक्टर से बात की. इसके बाद उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारी खंडवा पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल को मामले की जानकारी दी. फिर मांधाता थाना प्रभारी बिसेन ने सनावद थाना प्रभारी और धनगांव थाना प्रभारी से बात की. जिसके बाद सनावद के सरकारी अस्पताल के डा. विजय कोरी, धनगांव थाने के एसआइ चंपालाल सोलंकी की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम किया.

मृतक के काका देवीलाल ने बताया कि शव के पोस्टमार्टम को लेकर 10 घंटे तक पूरा परिवार परेशान होता रहा. उन्होंने मांग करी कि इस मामले में लापरवाही करने वाले डाक्टर पर कार्रवाई की जाए.

मूल घटनास्थल धनगांव थाना क्षेत्र का होने के कारण संशय की स्थिति बनी. जैसे ही थाना प्रभारी के संज्ञान में विषय आया. तत्काल में मौके पर पहुंचे और उसका पोस्टमार्टम कराया गया. इसकी हम समीक्षा भी कर रहे हैं. कोई त्रुटि पाई गई तो हम उस पर कार्रवाई भी करेंगे.

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