जबलपुर में बहुचर्चित पटवारी भर्ती में हुई धांधली के आरोप लगाते हुए कोचिंग संस्थानों के संचालक और छात्र-छात्राएं प्रदर्शन पर उतर आए. हालांकि प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस नगर अध्यक्ष और महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने किया. इस दौरान छात्र-छात्राएं हाथों में तख्तियां लेकर पटवारी भर्ती में हुई धांधली का विरोध करने निकले. सभी ने पटवारी भर्ती में हुई धांधली को व्यापम घोटाले से तुलना करते हुए सीबीआई और रिटायर्ड न्यायाधीश की अगुवाई में जांच की मांग की है. साथ ही पटवारी भर्ती परीक्षा को निरस्त कर पुनः पारदर्शी ढंग से परीक्षा कराने की बात कही है.
अदालत तक लड़ेंगे लड़ाई
इस दौरान महापौर जगत बहादुर अन्नू ने कहा कि व्यापम घोटाले की तरह पटवारी भर्ती परीक्षा में भी धांधली हुई है. जिस प्रकार से बीजेपी नेता के कॉलेज में बनाए गए सेंटर से एक हजार परीक्षार्थियों का चयन होना, एक ही तहसील और एक ही गांव के दिव्यांग प्रतिभागियों का चयन संदेह खड़े कर रहा है. मुख्यमंत्री भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा चुके हैं लेकिन इतने से काम नहीं चलेगा. इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराई जाए. कांग्रेस इस लड़ाई को कोर्ट तक लेकर जाएगी ताकि मेहनत करने वाले प्रतिभागियों के साथ अन्याय न हो.
इधर कोचिंग संस्थानों के संचालकों और छात्र-छात्राओं ने भी 15-15 लाख रुपए में पटवारी की पोस्ट बेचे जाने के आरोप लगाते हुए परीक्षा को निरस्त कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित कराने की मांग की है.