
बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. 'ओम शांति ओम' फिल्म में विलेन का किरदार निभा कर हिट हुए बॉलीवुड एक्टर अर्जुन को रामपाल पिछले तकरीबन 23 साल से इंडस्ट्री में जमे हुए हैं. करियर में उतार चढ़ाव और निजी जिंदगी में कई बदलावों के बावजूद अर्जुन रामपाल अपनी एक्टिंग के दम पर आज भी इंडस्ट्री में जाने जाते हैं. आपको बता दें कि अर्जुन रामपाल ने मॉडलिंग से अपना करियर किया और वो एक एक्टर होने के साथ साथ फिल्में भी प्रोड्यूस करते हैं.
एमपी के जबलपुर में हुआ अर्जुन रामपाल का जन्म
अर्जुन रामपाल का जन्म 26 नवंबर 1972 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ. अर्जुन के पिता का नाम अमरजीत रामपाल है और उनकी मां ग्वेन रामपाल एक टीचर थीं. परिवार में इनकी एक छोटी बहन कोमल है. अर्जुन की स्कूलिंग महाराष्ट्र के देवलाली में सेंट पैट्रिक स्कूल में हुई और उन्होंने गर्लफ्रेंड और फेमिना मिस इंडिया मॉडल मेहर जेसिया से 29 मार्च 1998 में शादी कर ली. हालांकि 2028 में दो बेटियां होने के बावजूद इन दोनों का तलाक हो गया. इनकी दोनों बेटियों के नाम माहिका और मायरा हैं.
पार्टी में मिला मॉडलिंग का ऑफर
अर्जुन ने अपने शानदार लुक और परफेक्ट बॉडी के चलते महज 17 साल की उम्र में मॉडलिंग शुरू कर दी थी. 20 साल की उम्र तक आते आते वो इंडिया के सुपर मॉडल बन चुके थे. कहा जाता है कि एक पार्टी के दौरान फैशन डिजाइनर रोहित बल की नजर अर्जुन रामपाल पर पड़ी. इस मुलाकात के बाद रोहित बल में अर्जुन को मॉडलिंग का ऑफर दिया. और फिर यहां से अर्जुन रामपाल देखते ही देखते मॉडलिंग की दुनिया का जाना माना नाम बन गए.
पहले फिल्म के बाद 5 साल बेरोजगार थे अर्जुन
इसके बाद 2001 में अर्जुन रामपाल को पहली फिल्म मिली जिसका नाम था मोक्ष. हालांकि इस फिल्म को बनने में पांच साल लग गए. ये पांच साल अर्जुन के पास खास काम नहीं था और उनको अपना गुजारा करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी. वो महीने तक अपने रूम का किराया तक नहीं दे पाते थे. 2001 में ही उनकी एक और फिल्म प्यार इश्क और मोहब्बत रिलीज हुई जो खास नहीं चल पाई. अर्जुन ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म मिलने के बाद उन्होंने मॉडलिंग छोड़ दी जिससे वो बेरोजगार हो गए थे और काफी समय तक उनका काफी बुरा हाल रहा.
विलन बनकर मिली पहचान
अर्जुन रामपाल को धीरे धीरे सफलता मिली. उनकी फिल्में 'दीवानापन', 'आंखें', 'दिल है तुम्हारा', 'दिल का रिश्ता', असंभव और ऐलान जैसी फिल्मों में काम किया और उनके काम की सराहना होने लगी. 2005 में आई फिल्म एक अजनबी में उनका रोल काफी सराहा गया. 2006 में आई शाहरुख खान की फिल्म डॉन में भी अर्जुन की एक्टिंग की काफी तारीफ हुई. इसके बाद 2007 में अर्जुन के करियर में नया मोड़ तब आया जब शाहरुख खान की सुपरहिट फिल्म ओम शांति ओम में अर्जुन को मुकेश मिकी मेहरा का निगेटिव रोल मिला. इसके बाद 2008 में रॉक ऑन में भी उनके काम की जबरदस्त तारीफ हुई और उनको सहायक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार तक मिला.