Baloda Bazar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जंगल में जंगली जानवर (Wild Animals) सुरक्षित नहीं हैं. वन विभाग (Forest Department) में कर्मचारियों की भारी कमी जीवों के जान गंवाने का कारण बनती जा रही है. बल की कमी के कारण सही गस्त नहीं हो पा रही है. इसका फायदा वन्य जीवों का शिकार (Poachers) करने वाले उठा रहे हैं. यही कारण है कि वन्य जीवों का लगातार शिकार हो रहा है. बालौदा बाजार में वन विभाग ने शिकारियों को कई तरह के जंगली जानवरों के अंग के साथ गिरफ्तार किया.
बाघ आ रहे हैं नजर
बलौदा बाजार जिले में आने वाले बारनवापारा अभयारण्य एवं वन विकास निगम के क्षेत्र में बाघों का विचरण विगत 4 मार्च से देखा गया है. वन विकास निगम के कौवाबहरा में बाघ को ट्रैक करने के लिए ट्रैप कैमरा भी लगाया गया है. इसी कैमरा में 21 मार्च की रात एक संदिग्ध व्यक्ति को देखा गया.
शिकारी के घर की ली गई तलाशी
शिकारी व्यक्ति 5 कुत्ते और हथियार लेकर जंगल में घूम रहा था. व्यक्ति की पहचान कौवाबहरा पंचायत रवान निवासी 27 वर्षीय लोचन ठाकुर के रूप में हुई. इसके घर की तलाशी वन विभाग के अधिकारियों ने ली. घर से 5 नग गोला बम, पैंगोलिन छाल, 10 नग साही आंत, 1 किलो जंगली सुअर का मांस, 5 नग दांत और 1 नग जबड़ा जब्त किया गया. साथ ही मामले में एक और आरोपी ऋषि ठाकुर, शिव ठाकुर और महासिंग ठाकुर को शिकार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
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गांव के लोगों ने किया बवाल
शिकारियों की गिरफ्तारी के बाद गांव के लोगों ने बवाल कर दिया. वन विभाग की कार्रवाई को झूठा फंसाने की बात कहते हुए कार्यालय का घेराव कर विभागीय कार्रवाई पर गांव वालों ने सवाल उठा दिया. इधर, बवाल और कार्यालय का घेराव होने पर वन विभाग ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामले को शांत करने कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.
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