![Lok Sabha Elections 2024: 5 लोगों से मतदान कराने के लिए प्रशासन के 9 लोग हुए रवाना, हर चुनाव में सुर्खियों में रहता है शेराडांड मतदान केंद्र Lok Sabha Elections 2024: 5 लोगों से मतदान कराने के लिए प्रशासन के 9 लोग हुए रवाना, हर चुनाव में सुर्खियों में रहता है शेराडांड मतदान केंद्र](https://c.ndtvimg.com/2024-05/u44asvh8_koria_625x300_06_May_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
CG News: हर एक वोट जरूरी होता है... इस बात की गवाही कोरिया (Koriya) जिले का शेराडांड मतदान केंद्र (Sheradand Election Booth) देता है. हर विधानसभा और लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में यह बूथ सुर्खियों में रहता है. यहां लोकतंत्र की मजबूती के लिए पांच मतदाताओं से मतदान कराने के लिए जिला निर्वाचन आयोग हर बार अस्थायी मतदान केंद्र (Temporary Election Booth) बनाता है. लोकसभा चुनाव के लिए इस बार भी यहां 7 मई को मतदान होना है. मतदान से पहले कलेक्टर विनय लंगेह भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र स्थित चंदहा के आश्रित ग्राम शेराडांड पहुंचे और यहां रहने वाले मतदाताओं से चर्चा की. इस बार चुनाव को लेकर जब जिला कलेक्टर ग्रामीणों के पास पहुंचे तो इस दौरान ग्रामीणों ने पीएम आवास व मुरकी नदी पर पुल की मांग की.
![Sheradand Election Booth Sheradand Election Booth](https://c.ndtvimg.com/2024-05/7knii5g_koroya-_625x300_06_May_24.jpeg)
Sheradand Election Booth
सुविधाओं की है कमी
कोरिया जिला मुख्यालय से 90 किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत चंदहा का आश्रित ग्राम शेराडांड पंचायत मुख्यालय से 15 किमी दूर है. इस दूरी को तय कर शेराडांड गांव पहुंचने के लिए घने जंगल, पहाड़ समेत नदी और नाला पार करना होता हैं. बारिश में तीन महीने गांव पूरी तरह से पंचायत मुख्यालय से कट जाता है. गर्मी और ठंड के दिनों में नदी का पानी नीचे उतरने से आवागमन आसान हो पाती है... इससे विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान अस्थायी सड़क का निर्माण मतदान दल और अफसरों के आवागमन के लिए बनाया जाता है.
साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान कराने यहां टेंट लगाया गया था और बिजली व्यवस्था के लिए बैटरी की व्यवस्था की गई थी. शेराडांड में तीन परिवार के सदस्यों में राम प्रसाद, दशरू, सिंगारो, सुमित्रा व महिपाल समेत चार बच्चे हैं. साल 2008 में यहां दो मतदाता के लिए मतदान केंद्र बनाया गया था. तब से लेकर अब तक यहां हर चुनाव में मतदाता बढ़ रहे हैं.
ग्रामीणों ने पीएम आवास, पुल व सड़क की मांग रखी
तीन पीढ़ियों से रह रहे राम प्रसाद ने बताया कि हर चुनाव में नदी पर पुल और जंगल के रास्ते सड़क बनाने की मांग की है. चुनाव के दौरान अस्थायी सड़क बन जाती है, जिससे मतदान दल और अफसर आसानी से गांव तक पहुंच जाते हैं, लेकिन बारिश के दिनों में मुरकी नदी में पानी 10 फीट तक चढ़ जाता है. ऐसे में तीन महीने तक आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है. पुल और सड़क बनने से पंचायत मुख्यालय तक आना-जाना आसान हो जाएगा. वहीं, पीएम आवास की भी मांग की.
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सड़क बनाने के लिए जल्द सर्वे होगा-कलेक्टर
कलेक्टर विनय लंगेह ने बताया कि शेराडांड गांव जाने के लिए दुर्गम जंगल और नदी पार करना पड़ा. यहां रहने वाले ग्रामीणों ने कच्ची सड़क और नदी पर पुल की मांग की हैं. जिला पंचायत सीईओ को इसके लिए निर्देश दिया है. वहीं, मुरकी नदी पर रपटा बनाया जा सकता हैं, जिसके लिए जल्द प्रयास किया जाएगा.
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