
पीएम आवास के हितग्राही की खुदकुशी के मामले में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राजनांदगांव के नगर निगम का घेराव कर दिया. दरअसल 19 जुलाई को पीएम आवास की राशि मिलने में देरी होने के कारण कौरीनभाठा के रहने वाले महादेव यादव ने कीटनाशक का सेवन कर लिया था, उन्हें पेंड्री के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था बाद में महादेव यादव की हालत बिगड़ने पर उसे रायपुर रेफर कर दिया गया था लेकिन उसकी जान बच नहीं पाई थी.
5 अगस्त को महादेव यादव की मौत हो गई थी
5 अगस्त को महादेव यादव ने दम तोड़ दिया था. महादेव यादव की मौत के बाद भाजपा के नेता गुस्से में आ गए थे और भाजपा के तमाम पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने नगर निगम राजनांदगांव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. मंगलवार को भाजपा के तमाम कार्यकर्ताओं, नेताओं, पदाधिकारिओं ने इकट्ठा होकर नगर निगम के कार्यलय का घेराव कर दिया और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. पुलिस की तमाम व्यवस्था को धता बताते हुए बड़ी संख्या में भाजपा के नेता नगर निगम कार्यलय परिसर में घुस गए.
पीड़ित के परिवार वालों के लिए सरकारी नौकरी की मांग
नगर निगम के अफसरों के मौके पर आने के बाद उन्हें ज्ञापन सौंपा गया साथ ही पीड़ित महादेव यादव के परिवार को 50 लाख रूपया मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की. राजनांदगांव के भाजपा जिलाअध्यक्ष रमेश पटेल ने महादेव यादव की मौत के लिए नगर निगम को पूरी तरह से दोषी माना.
नगर निगम आयुक्त ने क्या कहा?
नगर निगम आयुक्त अभिषेक कुमार गुप्ता ने पीएम आवास योजना में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार या कमी से इनकार किया है. नगर निगम आयुक्त ने महादेव यादव वाले मामले में कहा कि इस मामले की अभी जांच जारी है. उन्होंने जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है. पीएम आवास योजना के बारे में पहले भी कई तरह की शिकायतें सामने आती रही हैं, पीएम आवास योजना के हितग्राहियों को राशि समय पर नहीं मिल पा रही है. इस मामले के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है.