विज्ञापन

एक घटना ने झकझोर दिया और बन गई 'पैड वूमन', गांव की महिलाओं को कविता फ्री में बांट रहीं सेनेटरी पैड 

 Chhattisgarh News: कविता निषाद ने अब तक 25000 से अधिक सेनेटरी पैड निशुल्क बांट दिया है. जिले की कई स्कूलों में सेनेटरी पैड बैंक खोला गया है जहां से छात्राएं पैड फ्री में लेती हैं.

एक घटना ने झकझोर दिया और बन गई 'पैड वूमन', गांव की महिलाओं को कविता फ्री में बांट रहीं सेनेटरी पैड 

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की रहने वाली एक महिला कविता निषाद पूरे गांव के लिए पैड वूमेन बनी हुई हैं. स्कूल से लेकर गांव की महिलाओं को फ्री में सैनेटरी पैड बांट रही हैं. कविता निषाद ने अब तक 25000 से अधिक सेनेटरी पैड निशुल्क बांट दिया है. जिले के कई स्कूलों में सेनेटरी पैड बैंक खोला गया है, जहां से छात्राएं निशुल्क पैड लेती हैं.

ग्रामीण महिलाओं को कविता कर रही है जागरुक 

जिले के छोटे से गांव बागरेकसा की रहने वाली कविता निषाद को पैड वूमेन के नाम से जाना जाता है. हीरो अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी और सामाजिक कार्यक्रम से प्रभावित होकर कविता ने निशुल्क सेनेटरी पैड बैंक का निर्माण किया है,जो जिले के कई सरकारी स्कूलों में संचालित है.

Latest and Breaking News on NDTV
जहां गरीब छात्राओं को निशुल्क सेनेटरी पैड दिया जाता है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में गरीब महिलाओं को भी निशुल्क सेनेटरी पैड प्रदान किया जाता है. स्व सहायता समूह के माध्यम से पीटेपानी गांव में सेनेटरी पैड निर्माण के लिए एक यूनिट भी लगाई है. इसके माध्यम से इसका निर्माण किया जा रहा है.

ऐसे आया विचार 

 कविता निषाद सामाजिक कार्य से जुड़ी थी. इस दौरान उसे पता चला कि 18 साल से कम उम्र की एक बच्ची पीरियड्स के दौरान गंदा कपड़ा यूज करती थी.इसकी वजह से उसकी बच्चेदानी को निकाल दिया गया था. उसका पूरा जीवन खराब हो गया.अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन से प्रभावित होकर कविता ने निशुल्क पैड बैंक का निर्माण किया और गवर्नमेंट स्कूलों में निशुल्क सेनेटरी पैड बैंक खोला.

ये भी पढ़ें जिंदा बच्चा को नहीं मारते हैं ... और कर दिया 4 महीने की गर्भवती का अबॉर्शन! सरकारी अस्पताल की डॉक्टर पर रिश्वत मांगने का लगा आरोप

2015 को की थी शुरुआत 

कविता निषाद ने 2015 में निशुल्क सेनेटरी पैड वितरण की शुरुआत की थी,लेकिन उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था.  सेनेटरी पैड कंपनी से खरीदना पड़ता था और बहुत लागत आती थी.तब उन्होंने पैडमैन कहे जाने वाले रियल हीरो अरुणाचलम मुरुगनाथम से एक सेनेटरी पैड मशीन मिली और उसके बाद धीरे-धीरे कविता के काम को एक नई ऊंचाई मिली. उसके बाद नाबार्ड ने भी कविता को सपोर्ट किया.

ये भी पढ़ें आग ने रोका दो एक्सप्रेस ट्रेनों का रास्ता, बांसा पहाड़ के जंगल में काफी देर तक खड़ी रही ट्रेनें

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close