
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की रहने वाली एक महिला कविता निषाद पूरे गांव के लिए पैड वूमेन बनी हुई हैं. स्कूल से लेकर गांव की महिलाओं को फ्री में सैनेटरी पैड बांट रही हैं. कविता निषाद ने अब तक 25000 से अधिक सेनेटरी पैड निशुल्क बांट दिया है. जिले के कई स्कूलों में सेनेटरी पैड बैंक खोला गया है, जहां से छात्राएं निशुल्क पैड लेती हैं.
ग्रामीण महिलाओं को कविता कर रही है जागरुक
जिले के छोटे से गांव बागरेकसा की रहने वाली कविता निषाद को पैड वूमेन के नाम से जाना जाता है. हीरो अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी और सामाजिक कार्यक्रम से प्रभावित होकर कविता ने निशुल्क सेनेटरी पैड बैंक का निर्माण किया है,जो जिले के कई सरकारी स्कूलों में संचालित है.

ऐसे आया विचार
कविता निषाद सामाजिक कार्य से जुड़ी थी. इस दौरान उसे पता चला कि 18 साल से कम उम्र की एक बच्ची पीरियड्स के दौरान गंदा कपड़ा यूज करती थी.इसकी वजह से उसकी बच्चेदानी को निकाल दिया गया था. उसका पूरा जीवन खराब हो गया.अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन से प्रभावित होकर कविता ने निशुल्क पैड बैंक का निर्माण किया और गवर्नमेंट स्कूलों में निशुल्क सेनेटरी पैड बैंक खोला.
2015 को की थी शुरुआत
कविता निषाद ने 2015 में निशुल्क सेनेटरी पैड वितरण की शुरुआत की थी,लेकिन उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. सेनेटरी पैड कंपनी से खरीदना पड़ता था और बहुत लागत आती थी.तब उन्होंने पैडमैन कहे जाने वाले रियल हीरो अरुणाचलम मुरुगनाथम से एक सेनेटरी पैड मशीन मिली और उसके बाद धीरे-धीरे कविता के काम को एक नई ऊंचाई मिली. उसके बाद नाबार्ड ने भी कविता को सपोर्ट किया.
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