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Chhattisgarh: कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की ली बैठक, मलेरिया के बढ़ते मरीजों को लेकर दिए ये निर्देश

Baloda Bazar News: छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में बारिश के बाद जल जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया. ऐसे में डायरिया और मलेरिया के बढ़ते मरीजों को देखते हुए बलौदा बाजार कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली. जानें इस बीच डीएम ने क्या कहा..

Chhattisgarh: कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की ली बैठक, मलेरिया के बढ़ते मरीजों को लेकर दिए ये निर्देश
Chhattisgarh: कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की ली बैठक, मलेरिया के बढ़ते मरीजों को लेकर दिए ये निर्देश.

CG News In Hindi: बारिश का मौसम शुरू होते ही छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में मौसमी और जल जनित बीमारियां फैलने लगी. अस्पतालों में बेड भर जाने पर मरीजों के इलाज और दवा वितरण में समस्या आने लगी. इस मामलों को लेकर बलौदा बाजार के कलेक्टर दीपक सोनी ने डायरिया और मलेरिया के बढ़ते मरीजों की जानकारी ली. इसके बाद डीएम ने गांवों में एक साथ कई मरीजों के मिलने पर स्थिति पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली.

सूचना के प्रसार संबंधी निर्देश दिए

बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को मितानिनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर मलेरिया और डायरिया विषय पर सूचना के प्रसार संबंधी निर्देश दिए. इस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम प्रबंधक सृष्टि शर्मा ने मितानिन कार्यक्रम के सभी ब्लॉक और स्वस्थ पंचायत समन्वयक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रखी.

बैठक में जुड़ने के निर्देश दिए गए थे.

 इसमें 107 मितानिन प्रशिक्षकों की ऐसी ही बैठक की गई. इसके बाद जिले की ढाई हजार मितानिनों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जोड़ा गया. इसके लिए मितानिनों को निकटतम सीएचसी और पीएचसी में उपस्थित होकर इस बैठक में जुड़ने के निर्देश दिए गए थे.

एक्टिव केस की जानकारी ली

बैठक में डायरिया, मलेरिया के प्रकरणों की जानकारी उचित माध्यम से तत्काल दिए जाने के संबंध में निर्देश दिया गया. डीपीएम, एपिडिमियोलोजिस्ट श्वेता और एमटीएस सरोजनी साहू ने मितानिनों से मलेरिया और डायरिया के एक्टिव केस की जानकारी ली गई. रिपोर्ट के आदान प्रदान और गुणवत्ता के संबंध में डीडीएम वीरेंद्र बघेल ने जानकारी दी.

डायरिया से बचाव के लिए करें ये उपाय

मितानिनों ने डायरिया के प्रकरण मिलने पर ग्राम पंचायत में सर्वे कार्य प्रारंभ करने के साथ पानी उबालकर पीने, ओआरएस और जिंक का वितरण करने, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने, क्लोरिनेशन करने की जानकारी दी गई.

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ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती करें

मलेरिया के संबंध में मितानिनों से बैठक में जानकारी लेते हुए उन्हें बताया गया कि बुखार के लक्षण मिलने पर रैपिड टेस्ट किट से जांच किया जाए. पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज को निकटतम पीएचसी/सीएचसी में भर्ती कराया कराएं. मरीज यदि घर में है तो मितानिन द्वारा अपने निगरानी में दवा सेवन कराएं.

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