![नक्सलियों के खौफ के चलते इस बूथ पर नहीं हुई वोटिंग ! जानिए गांववालों ने और क्या बताई वजह नक्सलियों के खौफ के चलते इस बूथ पर नहीं हुई वोटिंग ! जानिए गांववालों ने और क्या बताई वजह](https://c.ndtvimg.com/2024-04/q9vn03ug_dhamtari-_625x300_26_April_24.jpeg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Chhattisgarh Phase 2 Voting: एक तरफ जहां देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं. सरकारें भी हर प्रदेश के उत्थान को लेकर बड़े-बड़े दावे करती हैं. वहीं, आज भी कई प्रदेश ऐसे हैं जहां आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. छत्तीसगढ़ के धमतरी ज़िले के पास ऐसा ही एक इलाका है. ज़िले से 70 किलोमीटर की दूरी में सटा ये इलाका नक्सल प्रभावित हैं. यहां बुनियादी सुविधाओं का आभाव होने के चलते लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया था. यही वजह रही कि चंदनबाहरा के लोगों ने तो इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान भी नहीं किया. मिली जानकारी के अनुसार, नक्सल प्रभावित होने के चलते इस इलाके में पर्याप्त पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था भी की गई थी....लेकिन गांव के लोगों ने निराबेड़ा में मतदान नहीं किया.
इलाके में नक्सलियों के दहशत का माहौल
गांव में तीन और भी मतदान केंद्र बनाए गए थे. लेकिन गांव के दो ही मतदान केंद्र में मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इसके अलावा चंदनबाहरा के निराबेडा गांव के एक भी शख्स ने मतदान नहीं किया. मतदान केंद्र के पास ही मौजूद ग्रामीण ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी. लोगों ने बताया क उनके गांव में मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर चंदन बाहरा के ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया है. कुछ दिन पहले ही ग्राम चंदनबाहरा के आस-पास के गांव में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का पर्चा भी फेंका था जिसके कारण उस क्षेत्र के आसपास के ग्रामीणों में नक्सलियों के खौफ और दहशत का माहौल बना हुआ है.
जानिए यहां के मतदाताओं की कुल संख्या
बता दें कि इस क्षेत्र में कुल 540 मतदाताओं की संख्या है जिसमें 276 महिला मतदाता शामिल है. वहीं, 264 पुरुष मतदाता शामिल है. क्षेत्र के दो गांव का 51% वोट पड़ा है लेकिन इस गांव के क्षेत्र में चंदनबाहरा में एक भी गांववासी ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है.. वहीं, मतदान केंद्र में मतदान दल और सुरक्षा कर्मी की ही मौजूदगी रही. और वह कोई भी मतदाता मतदान करने नहीं पहुंचा. वहीं, जब नगर के SDM से बातचीत की गई तो उन्होंने इस बात को नकार दिया लेकिन ग्रामीणों ने खुद मीडिया के सामने आकर इस बात की जानकारी दी है.
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