छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिले के बैकुंठपुर तहसील के ग्राम पंचायत नगर में सरकारी जमीन को निजी बताकर खरीद-फरोख्त की गई है. हाइवे से लगी 75 डिसमिल सरकारी जमीन बेचने की शिकायत कलेक्टर से हुई है. शिकायतकर्ता का कहना है कि बिशुनपुर सरडी में बड़े झाड़ के जंगल मद की भूमि को पटवारी के साथ मिलीभगत के बाद बेच दिया गया. यह जमीन वर्तमान में 6 भूमिस्वामियों के नाम पर दर्ज है. जबकि भूमिस्वामियों के पास जमीन से संबंधित किसी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं है.
मामला सामने आते ही जांच के आदेश
जिले में इससे पहले भी इस तरह की गड़बड़ी सामने आ चुकी है. बता दें कि बिशुनपुर के 38 वर्षीय आसिफ रजा ने मामले की शिकायत जनदर्शन में की है. मामले को लेकर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि जनदर्शन में पटवारी के संबंध में मामले की शिकायत मिली थी कि सरकारी भूमि को निजी बताकर उसकी खरीदी बिक्री हुई है. संयुक्त कलेक्टर के माध्यम से इसकी जांच करवाएंगे. कहा जा रहा है कि यदि इसमें सत्यता है तो निश्चित रुप से पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
तहकीकात में सरकारी जमीन होने का जिक्र
बता दें कि शिकायत पर तहकीकात में यह स्पष्ट हुआ है कि बेची गई भूमि वर्ष 1988-89 के अनुसार बड़े झाड़ के जंगल मद में दर्ज है. ग्रामवासियों के अनुसार पहले यह तेजीलाल आ. गोपाल के पूर्वजों की भूमि थी. वर्तमान में खसरा नं 475 का 6 हिस्से में बंटवारा हो चुका है पर किसी भी भूमिस्वामी के पास जमीन के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं. मामले को लेकर पटवारी पर गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं. मामले का खुलासा होने के बाद अब विभागीय अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं.
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