
कोरिया जिले के पटना थाने में एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रंगे हाथ पुलिसकर्मी एएसआई पी. टोप्पो और पुलिस मित्र राजू को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है. एसीबी (ACB) की टीम ने दोनों को थाना पटना से पकड़कर बैकुंठपुर लाकर आगे की कार्यवाही की है. एसीबी अधिकारी डीएसपी प्रमोद कुमार खेश ने बताया कि 6 अक्टूबर को शिकायतकर्ता शाह खान द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी.
उन्होंने बताया कि अप्रैल 2024 में उनकी छोटी बेटी रजिया खान का खोड़ गांव के रहने वाले अश्विनी कुमार उर्फ पिंटू ने अपनी मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट कर दिया था, जिससे उसका एक पैर टूट गया था. उस समय अश्विनी कुमार ने कहा था कि इलाज में जो भी खर्च आएगा वह खुद देगा. उसने अस्पताल में 25 हजार रुपये भी जमा किए थे, लेकिन बाद में बाकी खर्च देने से आनाकानी करने लगा.
मुआवजा दिलाने के लिए मांगी थी रिश्वत
इसके बाद शिकायतकर्ता मोहम्मद शाह खान ने सितंबर 2025 में थाना पटना में अश्विनी कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इस दौरान एएसआई पी. टोप्पो ने प्रार्थी शाह खान से कहा कि अगर वह 10 हजार रुपये देगा तो वह दोनों पक्षों का मामला रफा दफा करवा देगा और कोर्ट से मुआवजा भी दिलवा देगा, लेकिन प्रार्थी ने रिश्वत नहीं दी और उसने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की.
10 की जगह मांगी 15 हजार की रिश्वत
शिकायत का सत्यापन करने पर एएसआई टोप्पो द्वारा 10 हजार की जगह 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई. उसने कहा कि 15 हजार देने पर कोर्ट के माध्यम से मुआवजा दिलवा दिया जाएगा और पहले दिए गए 25 हजार रुपये वापस नहीं करने होंगे. शुक्रवार को एसीबी टीम ने ट्रैप का आयोजन किया. पटना थाना पहुंचने के बाद प्रार्थी को रिश्वत की राशि लेकर अंदर भेजा गया.
12 हजार के साथ पकड़ा एएसआई
कुछ बातचीत के बाद एएसआई टोप्पो थाना से बाहर चला गया और अपने सहायक राजीव कुमार देवांगन को रिश्वत लेने के लिए कहा. राजीव कुमार देवांगन ने प्रार्थी से 12 हजार रुपये रिश्वत ली, जिसे एसीबी टीम ने मौके पर बरामद किया. शिकायतकर्ता शाह खान ने बताया कि उसकी बेटी का इलाज अधूरा रह गया था. बीच में जब रॉड निकलवाने की बात आई तो आरोपी ने पैसे देने से मना कर दिया और कहा जहां जाना है चले जाओ, मेरे पास पैसा नहीं है.
इसके बाद उसने थाना में शिकायत दर्ज कराई. थाना में बयान दर्ज करने के दौरान पुलिसकर्मियों ने 15 हजार रुपये की मांग की और कहा कि अगर पैसे दोगे तो कोर्ट से मामला बचा लेंगे और खर्च की भरपाई नहीं करनी पड़ेगी. पैसे न होने के कारण उसने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की जिसके बाद आज यह कार्रवाई हुई.