
Three arrested with leopard skin: गरियाबंद जिले में तेंदुए की खाल बेचने की फिराक में घूम रहे 3 तस्करों को खैरागढ़ से गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक आरोपी मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले का रहने वाला है, जिस पर वन विभाग को अंतरराज्यीय गैंग के तस्कर होने का संदेह है. इन लोगों को पकड़ने के लिए 3 जिलों के वन विभाग की टीम जुटी थी.
ऐसे हुई कार्रवाई
दरअसल, उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तेंदुए की खाल लेकर घूम रहे हैं. वे इसे बेचने की फिराक में हैं. विभाग की टीम ने घेराबंदी कर 3 लोगों को पकड़ लिया. उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि 3 आरोपियों में से एक आरोपी अमर सिंह मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के ग्राम-कनिया का रहने वाला है. इस पर वन्य प्राणियों की खाल के अंतरराज्यीय होने की संदेह है और इस मामले में जल्द ही इससे पूछताछ की जाएगी. जिससे बड़े खुलासे होने की संभावना है. वहीं, अन्य दो तस्कर सतिराम खाम्ही, थाना-बकरकट्टा और गैस लाल सिंह कुम्हरवाड़ा खैरागढ़ का रहने वाला है.
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भेजे गए जेल
तीनों ही आरोपियों पर वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 के धारा के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी छुईखदान के समक्ष पेश किया गया. तीनों आरोपियों को उपजेल खैरागढ़ (सलोनी) में दाखिल किया गया है. इस कार्रवाई में एन्टीपोचिंग टीम उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबंद और छत्तीसगढ़ राज्य उड़न दस्ता टीम में वनमंडल खैरागढ़ के सल्हेवारा परिक्षेत्रऔर वनमंडल कवर्धा के रेंगाखार परिक्षेत्र के सदस्य शामिल रहे. सीतानदी उपनिदेशक वरुण जैन और एंटी पोचिंग टीम के द्वारा पिछले एक साल में कुल 3 नग बाघ की खाल और 6 नग तेंदुआ की खाल तस्करों से बरामद की गई है.
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